spot_img

चेंबर चुनाव : दिपावली मिलन को लेकर सियासत, सुंदरानी का तंज़-क्या ये लड़ेंगे चुनाव

HomeCHHATTISGARHचेंबर चुनाव : दिपावली मिलन को लेकर सियासत, सुंदरानी का तंज़-क्या ये...

रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स में दिपावली मिलन समारोह (Deepawali) को लेकर सियासी बवाल मचा है। चेंबर में राजनैतिक माहौल बनाकर सालों से चली आ रही परंपरा पर भी सवाल खड़े किए जा रहे है।

दरअसल छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा पिछले 60 सालों से दीपावली पर “दिपावली मिलन समारोह”(Deepawali) का आयोजन होता आ रहा है। यह आयोजन सालों से निरंतर जारी है। दीपावली मिलन में प्रदेश भर के कारोबारी साथी एक साथ एक मंच में जुट कर दीपावली की शुभकामनाएं और बधाइयां देते हैं।

भैयाजी ये भी पढ़े : चेंबर चुनाव : ऐलान के बाद बोले सुंदरानी, योगेश के त्याग ने बनाया प्रत्याशी

साथ ही अपने सुख-दुख और व्यापार की स्थितियों पर भी एक अनौपचारिक चर्चा होती है। इस बार भी दीपावली मिलन (Deepawali) का आयोजन चेंबर भवन में 15 नवंबर को तय किया गया है, हालाँकि इस बार इस कार्यक्रम की भव्यता और समय सीमा को कोरोना संक्रमण के चलते सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक किया गया है। अब चेंबर में इस बार दीपावली मिलन के लिए सियासी बखेड़ा मचा हुआ है।

दीपावली मिलन (Deepawali) में भी राजनीति

बीते साठ वर्षों से चले आ रहे दीपावली मिलन (Deepawali) को इस बार चेंबर में उतरे जय व्यापार पैनल ने मुद्दा बना दिया है। पैनल की तरफ से ये कहा जा रहा है कि “दीपावली मिलन के नाम पर कारोबारियों से राजनैतिक दृष्टिकोण से मेल-मिलाप का आयोजन किया गया है।”

इसके जवाब में व्यापारी एकता पैनल के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि “सालों से छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ में दिपावली के बाद दिवाली मिलन की प्रथा रही है। जिसे हर कोई निभाता आ रहा है, लेकिन जय व्यापार पैनल के अध्यक्ष पद के दावेदार इस बार इस आयोजन का विरोध कर रहे है।

यह है जय व्यापार पैनल के लोग जिन्हें 60 साल से चेंबर में दीपावली मिलन होते आ रहा है उन्हें यह भी रास नहीं आ रहा है कि चेंबर मैं दीपावली मिलन हो यह लड़ेंगे चेंबर चुनाव

Posted by Shrichand Sundrani on Thursday, 12 November 2020

सुंदरानी ने तंज़ कसते हुए कहा कि “यह आयोजन पूरी तरह से चेंबर चुनाव से अलग है और इस आयोजन में किसी भी प्रकार की कोई सियासी गतिविधि भी नहीं होती। आपसी भाईचारे और प्रेम के लिए होने वाले इस आयोजन को भी राजनैतिक चश्मे से देखने वाले, सवाल खड़े करने वाले, भला चेंबर कैसे चलाएंगे ?

ऐसे लोग छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स का नेतृत्व कैसे कर पाएंगे ? जिन्हें अपने ही व्यापारी भाइयों के लिए प्रेम और सौहार्द्र के एक आयोजन पर भी राजनीति नज़र आ रही है। सुंदरानी ने कहा कि दीपावली मिलन चेंबर की परंपरा रही है, जिसे हर कीमत में निभाया जाएगा।