पुणे। विज्ञानियों और शोधकर्ताओं ने हमारे देश (MAUSAM) को मौसम और जलवायु अनुसंधान में अग्रणी बनाया है। बहुत जल्द हमारे पास एक अधिक शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर होगा जो हमारी पूर्वानुमान क्षमता और मौसम की स्थिति के विभिन्न पहलुओं के अध्ययन के संदर्भ में और गहराई तक जाने में मदद करेगा।
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उक्त बातें केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को पुणे (MAUSAM) के भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) में विज्ञानियों को संबोधित करते हुए कही। रिजिजू ने कहा कि इन दिनों जलवायु का व्यवहार बहुत तेजी से बदल रहा है। हमारे विज्ञानियों को बदलते पैटर्न के साथ तालमेल बिठाना होगा।
हिमालय क्षेत्र से लेकर प्रायद्वीपीय क्षेत्र और बाकी दुनिया (MAUSAM) को भारत मौसम की जानकारी प्रदान कर रहा है। इस मौके पर आईआईटीएम और तेजपुर विश्वविद्यालय और एरीज, नैनीताल के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर हुआ। जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान विकसित करने के लिए विशेषज्ञता, संसाधनों और अनुसंधान क्षमताओं को एकत्रित करना है।