बिलासपुर। डॉ. संजय अलंग छत्तीसगढ़ के इतिहास और संस्कृति के विषय विशेषज्ञ के रूप में 10 जून को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में व्याख्यान देंगे।
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बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में हिंदी विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश हिन्दी, संस्थान एवं भारतीय दर्शन परिषद के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी में डॉ. संजय अलंग का व्याख्यान छत्तीसगढ़ से संबंधित विषय पर है।
डॉ. संजय अलंग छत्तीसगढ़ पर गहन शोध परक कार्य और पुस्तकों के लिए स्थापित व प्रसिद्ध लेखक और विद्वान हैं। उनको छत्तीसगढ़ पर शोध के लिए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय का सर्वश्रेष्ठ शोध लेखन का सर्वाेच्च सम्मान मिल चुका है। छत्तीसगढ़: इतिहास और संस्कृति पुस्तक को एक लाख रुपये का सर्वश्रेष्ठ शोध लेखन का सर्वाेच्च सम्मान मिला था।
डॉ. अलंग ने लिखी 10 से ज़्यादा पुस्तकें
छत्तीसगढ़ पर डॉ. संजय अलंग की दस से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हैं। इन पुस्तकों में छत्तीसगढ़: इतिहास और संस्कृति के अलावा छत्तीसगढ़ की रियासतें और ज़मींदारीयाँ, छत्तीसगढ़ की जनजातियाँ और जातियाँ आदि जैसी कई सुविख्यात पुस्तकें सम्मिलित हैं। डॉ. संजय अलंग के तीन कविता संग्रह भी प्रकाशित हैं और उन्हें भी सम्मानित किया गया है।
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बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में छत्तीसगढ़ पर शोध की प्रस्तुति अन्तर्राष्ट्रीय शोध प्रस्तुति से छत्तीसगढ़ पर शोध की ओर न सिर्फ़ ध्यान आकर्षित होगा अपितु अब तक किए गए शोध को बड़े फलक पर मान्यता मिलेगी। वे वर्तमान में बिलासपुर और सरगुजा संभाग के कमीश्नर हैं और अभी उनका स्थानांतरण संभागीय आयुक्त रायपुर के पद पर हुआ है।