बैकुंठपुर। वन मुख्यालय रायपुर द्वारा वित्त मंत्रालय की बिना अनुमति वनरक्षकों (BAIKUNTHPUR NEWS) का वेतनमान 2750 रुपए से 3050 रुपए बढ़ाया गया है। राज्य सरकार के वित्त मंत्रालय से मंजूरी नहीं मिलने पर प्रदेशभर के करीब 1500 वनरक्षकों से सेवानिवृत्ति के समय 3-4 लाख तक रिकवरी होगी।
वनरक्षकों की सेवानिवृत्ति का समय भी नजदीक आने लगी है, जिससे वनरक्षक रिकवरी को लेकर चिंतित हैं। जानकारी के अनुसार वन मुख्यालय रायपुर ने वनरक्षकों का अप्रशिक्षित वेतनमान 2750 रुपए निर्धारित कर रखी थी। वर्ष 2003 से 2012 के बीच भर्ती वनरक्षकों (BAIKUNTHPUR NEWS) को प्रशिक्षित व अप्रशिक्षित में बांट रखा था। वर्ष 2008 मूल वेतनमान 3050 रुपए बढ़ा दिया गया। लेकिन वित्त मंत्रालय से मंजूरी नहीं ली गई थी। अब वेतनमान बढ़े 15 साल बीत गए हैं, लेकिन वित्त मंत्रालय की मुहर नहीं लगी है। वेतनमान स्वीकृति को लेकर पिछले साल वनकर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए थे। हालाकि मान मनौव्वल व आश्वासन के बाद करीब 14 दिन पर काम पर लौट गए थे। वनरक्षक वर्ष 2003 से मूल वेतनमान की स्वीकृति की मांग कर रहे हैं।
एक-एक कर्मी से 3-4 लाख तक वसूली, पेंशन में भी फंसेगा पेंच
छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के अनुसार (BAIKUNTHPUR NEWS) वन विभाग ने वर्ष 2008 में मूल वेतन में 2750 से बढ़ाकर 3050 कर दिया है। लेकिन वित्त विभाग से मंजूरी नहीं मिली है, जिससे सेवानिवृत्ति होने पर किसी वनरक्षक 2-3 लाख, किसी से 3-4 लाख तक रिकवरी होगी। पिछले साल अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण वित्त मंत्रालय से मंजूरी दिलाने आश्वासन मिला था। लेकिन एक सात बीतने के बाद कोई फैसला नहीं हुआ है।