धर्म/ वैदिक शास्त्र के अनुसार 27 नक्षत्र (Star) है इस में आठवें स्थान पर पुष्य नक्षत्र (Star) कहलाता है इसलिए इसे नक्षत्रों का सम्राट भी कहा जाता है यह नक्षत्र (Star) बेहद ही शुभ एवं कल्याणकारी होता है जब यह नक्षत्र (Star) रविवार के दिन होता है तो इस नक्षत्र एवं वार के योग से रवि पुष्य योग बनता है इस योग में ग्रहों की सभी बुरी दशाएं अनुकूल हो जाती है जिसका परिणाम सदैव आपके लिए शुभ कारी होता है रवि पुष्य योग समस्त शुभ और मांगलिक कार्य के शुभारंभ के लिए अति उत्तम माना गया है रवि पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra)योग विवाह को छोड़कर इस योग में सोने के आभूषण प्रॉपर्टी और वाहन आदि की खरीददारी करना लाभदायक होता है इसके अलावा यह योग तंत्र मंत्र की सिद्धि एवं जड़ी-बूटी ग्रहण करने में विशेष रूप से उपयोगी होता है
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इस दिन साधना करने से उसमें निश्चित ही सफलता प्राप्ति होती है
कार्य की गुणवत्ता एवं उसके प्रभाव में वृद्धि होती है
धन वैभव में वृद्धि होती है
यंत्र सिद्धि के लिए यह शुभ दिन होता है
जन्म कुंडली में सूर्य के दुष्प्रभाव दूर होते हैं
सूर्य का आशीर्वाद पाने के लिए इस दिन लाल वस्त्र पहनना शुभ होता है
जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है
धन प्राप्ति के उपायों के लिए रवि पुष्य उत्तम होता है इस दिन पूजा में चांदी का सिक्का रखें और उसकी पूजा करें कमलगट्टे की माला से मां लक्ष्मी के बीज मंत्र श्रीम का जाप करें इस सिक्के को अपने घर या दुकान की तिजोरी में रखने से धन लाभ होता है।
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अगर विवाह में बाधा हो तो
यदि किसी युवक या युवती के विवाह में बाधा आ रही हो तो रवि पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra) से 1 दिन पहले केले के पेड़ की जड़ को निमंत्रण दे आए कि हम आपके फल लेने आएंगे रवि पुष्य नक्षत्र में पूजन करके जड़ को निकाल ले घर आकर इसे गंगाजल फिर कच्चे दूध फिर गंगाजल से धोकर हल्दी में पूजन करें और पीले वस्त्र में बांधकर अपनी दाहिनी भुजा में बांध लें या चांदी के ताबीज में भरकर उसे गले में पहन ले इससे विवाह का मार्ग खुलता है रवि पुष्य नक्षत्र के दिन मोती संख्या दक्षिणावर्ती शंख को अपने दुकान में या प्रतिष्ठान में स्थापित करने से व्यापार में लाभ होने लगता है.
श्री यंत्र की स्थापना
रवि पुष्य नक्षत्र (Pushya Nakshatra)में श्री यंत्र की स्थापना करना अत्यंत सुविधा ही होता है यह श्री यंत्र बड़े ही भाग्य से अपने छत्तीसगढ़ रायपुर की धरा पर श्री सुरेश्वर महादेव पीठ में गुम्मद के रूप में लगा हुआ है वहां पर जाकर श्री यंत्र का दर्शन पूजन करें संस्थापक एवं संत महासभा प्रदेश अध्यक्ष स्वामी राजेश्वरानंद के अनुसार मां लक्ष्मी की असीम अनुकंपा पाने के लिए श्री सुरेश्वर महादेव पीठ में लगे हुए श्री यंत्र का दर्शन मात्र ही फलदाई होता है यह श्री यंत्र स्वामी जी के अनुसार छत्तीसगढ़ की धरा पर सवा 7 फुट बाई 7:15 का प्रथम अष्ट धातु युक्त श्री यंत्र है विशेष पूजा अर्चना हेतु स्वामी जी से संपर्क कर सकते हैं रविवार दिनांक 8 नवंबर 2020 को यह योग पड़ रहा है यह नक्षत्र रविवार को प्रातः कालीन 6:18 से प्रातः कालीन 8:44 तक रहेगा जो कि पूरा दिन भर मानने रहेगा चौघड़िया के अनुसार प्रातः काल 7:30 से 12:00 बजे तक खरीदारी का समय श्रेष्ठ रहेगा एवं दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक शुभ के चौघड़िए में को भी खरीदारी कर सकते हैं.
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