रायपुर। पंजाब के भगोड़े खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में रायपुर के सड़कों पर उतर कर भारत विरोधी और खालिस्तान समर्थन के नारे लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार से की है।
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उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा कि जिस सरकार के राज में लोग जुलूस निकालकर देश विरोधी नारे लगाते हैं ऐसी सरकार को 1 मिनट भी सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। साथ ही उन्होंने इस मुद्दे पर राष्ट्रविरोधी तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिस अफसरों को निलंबित करने की भी मांग की है।
बृजमोहन ने कहा कि ऐसा लगता है कि छत्तीसगढ़ अब देश विरोधी लोगों की शरणस्थली बन गया है। कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद जर्जर हो गई है। चार-पांच सौ लोग सड़कों पर आकर भारत की संप्रभुता को चुनौती दे रहे हैं, देश विरोधी नारे लगा रहे हैं देश को टुकड़े करने की बात कह रहे हैं और सरकार को कोई सूचना नहीं है। यह घटना राजधानी की पुलिस सूचना तंत्र पर सवालिया निशान खड़े करता है।
उन्होंने कहा कि राज्य में नक्सलवादी गतिविधियां वैसे ही बढ़ी हुई है। रोहिंग्या भी यहां आकर बस रहे हैं। रोजाना अपराध बढ़ रहे हैं। कांग्रेस के राज में ऐसा कोई अपराध नहीं है जो छत्तीसगढ़ में ना हो रहा हो। अपराधी यहां बेखौफ है। यही वजह है कि पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ दूसरा ऐसा प्रदेश है जहां सड़कों पर जुलूस निकालकर खालिस्तान समर्थक नारे और देश विरोधी नारे लगाए गए है। दुखद बात यह भी है कि सरकार ने अब तक उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं।
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बृजमोहन ने कहा कि विधानसभा में हमने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से चाहा कि वे इस विषय पर सदन में जवाब दे परंतु उन्होंने दो लाइने हम कार्रवाई करेंगे कह कर अपनी बात समाप्त कर दी। उनके इस बात पर भाजपा सदस्यों ने कहा कि छत्तीसगढ़ की विधानसभा में इसके खिलाफ प्रस्ताव पारित होना चाहिए। यह एक अच्छी पहल है की छत्तीसगढ़ की विधानसभा राष्ट्र विरोधी तत्वों के खिलाफ प्रस्ताव पारित करेगी।