रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में दूसरे दिन भाजपा ने तीखे तेवर दिखाए है। भाजपा विधायकों ने बस्तर में पार्टी नेताओं पर नक्सली हमले, टारगेट कीलिंग और धर्मान्तरण के मुद्दे को लेकर सदन में “काम रोको” प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की।
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इस प्रस्ताव को अग्राह्य करते हुए सदन की आगे की कार्यवाही ज़ारी रखने की बात कहीं। आसंदी ने प्रस्ताव को अग्राह्य करने के पीछे विधानसभा में अनुपूरक बजट पर चर्चा को वजह बताई। जिसके बाद भाजपा के तमाम विधायकों ने सदन के भीतर हंगामा करना शुरू कर दिया और जमकर नारेबाजी करने लगे। इस शोर शराबे के बीच ही कांग्रेस विधायक देवेंद्र योदव ने अनुपूरक बजट पर चर्चा शुरू कर दी थी।
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लेकिन विपक्षीय विधायकों के आरोपों पर सत्तापक्ष के कई मंत्री और विधायकों ने आक्रामक तरीके से प्रतिकार किया, जिसकी वजह से समूचा सदन हंगामें की भेंट चढ़ गया। इस हंगामे की वज़ह से विधानसभा उपाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 10 मिनट तक के लिए स्थगित कर दिया।