लंदन. इंग्लैंड में कोरोना (CORONA INFECTION) ने दोबारा दस्तक दी है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढऩे के बाद इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ने दो दिसंबर तक लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। उन्होंने यह फैसला विशेषज्ञों से चर्चा करने के बाद लिया है। आपको बता दें कि इंग्लैंड में कोरोना के मामले 10 लाख के पार कर गए हैं। सरकार के वैज्ञानिक सलाहकार समूह के एक सदस्य एपिडेमियोलॉजिस्ट जॉन एडमंड्स ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में मॉडलर्स ने जो एक सबसे खराब स्थिति का सिनेरियो बनाया था, मामले उस स्थिति से कहीं ऊपर चल रहे हैं।
सोमवार को हुई घोषणा
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने संक्रमण (CORONA INFECTION) के स्तरों के आधार पर ब्रिटेन के लिए स्थानीय प्रतिबंधों की एक प्रणाली शुरू की थी, लेकिन वैज्ञानिकों का कहना था कि यह पर्याप्त नहीं है। टाइम्स ऑफ लंदन के मुताबिक, जॉनसन सोमवार को एक महीने के लॉकडाउन की घोषणा की है। नए लॉकडाउन में गैर-जरूरी व्यवसायों को बंद रखने के लिए कहा गया है। लोगों को घर पर रहने के लिए कहा गया है। हालांकि स्कूल और यूनिवर्सिटी खुले रहेंगे। ब्रिटेन में एक दिन में 20,000 से अधिक नए कोरोना वायरस मामले आ रहे हैं।
पिछले 24 घंटों में हुई 326 मौतें
एक आधिकारिक बयान में शनिवार शाम को कहा गया, 31 जनवरी से 31 अक्टूबर 2020 के बीच इंग्लैंड में 1,011,660 पॉजिटिव केस (CORONA INFECTION) पाए गए हैं। पिछले 24 घंटों में 21,915 नए मामले सामने आए और 326 मौतें हुई थीं।दूसरे लॉकडाउन की घोषणा इंग्लैंड के लिए की गई है, जो यूनाइटेड किंगडम का सबसे बड़ा और सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है, जिसमें स्थानीय लॉकडाउन और वेल्स, स्कॉटलैंड और उत्तरी आयरलैंड में पहले से ही सख्त प्रतिबंध हैं। स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के बीच यात्रा से बचने की भी सलाह दी गई है। आपको बता दें कि फ्रांस, बेल्जियम और जर्मनी पहले ही कोरोना की संभावित दूसरी लहर को देखते हुए सख्त प्रतिबंध लगा चुके हैं।