रायपुर। राज्य के चर्चित मनी लांड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बार फिर कार्रवाई तेज कर दी है। इस पूरे मामले में शामिल एक और कारोबारी ने ईडी के सामने सरेंडर किया। करीब दो महीने से यह कारोबारी निखिल ईडी से बचता फिर रहा था। जानकारी के अनुसार निखिल ने ईडी दफ्तर में जाकर सरेंडर किया। उससे पूछताछ की जा रही है। निखिल सूर्यकांत तिवारी का करीबी बताया जा रहा है।
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उल्लेखनीय है कि मनी लांड्रिंग मामले में निलंबित आइएएस समीर विश्नोई, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल (ED) की गिरफ्तारी के बाद निखिल का नाम सामने आया था। ईडी ने नोटिस भेजकर कई बार बुलाया, लेकिन वह नहीं पहुंचा। इसके बाद सरेंडर किया। हालांकि ईडी के अफसरों ने अधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
ED ने बुना जाल, तब खुद से पहुंच गया
जानकारी के अनुसार कारोबारी तक पहुंचने के लिए ईडी ने भी अपनी कार्रवाई का अनोखा जाल बुना। अवंति विहार में ईडी की टीम ने छापेमारी करते हुए कारोबारी के घर में दबिश दी। घर वालों को भी पूछताछ में शामिल करने लगे, इसकी खबर मिलते ही हड़बड़ा कर कारोबारी ने ईडी के दफ्तर जाकर सरेंडर कर दिया। फिलहाल इससे पूछताछ जारी है जल्द ही इसे अदालत में पेश भी किया जा सकता है।