रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा है कि बजरंगबली और भगवा पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जो बयान आया है, वह निंदनीय है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, वह कम है।
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उन्हें यह अहसास ही नहीं है कि वे एक राज्य के मुख्यमंत्री हैं और उन्हें हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का न तो कोई अधिकार है और न ही एक मुख्यमंत्री को ऐसा अमर्यादित आचरण शोभा देता। विचित्र बात है कि भूपेश बघेल अपने पद की गरिमा को चार साल बाद भी समझ नहीं पा रहे।
आरंभ में लगता था कि 15 साल तक राजनीतिक वनवास भोगने अभिशप्त रही कांग्रेस के नेता कुछ समय में पद की जिम्मेदारी के अनुरूप व्यवहार करना सीख जायेंगे किंतु ऐसे लक्षण अब भी नहीं दिख रहे। वे अपनी विफलताओं और जन आक्रोश से इतने विचलित हैं कि मर्यादा भूल गए है।
दरअसल छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेशर्म रंग गीत के विरोध पर कहा कि भगवा रंग तो त्याग और बलिदान का रंग है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल वाले भी भगवा पहनकर घूम रहे हैं, उन्होंने कौन सा त्याग किया है ? भगवा विवाद पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भगवा रंग यज्ञ की अग्नि की ज्वाला का पवित्र रंग है।
वह त्याग और बलिदान का रंग है। यह लोग मात्र इसके नाम पर समाज में घृणा फैला रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बजरंगदल पर गुंडागर्दी की बात भी कहीं जिसके बाद ये पूरा विवाद खड़ा हुआ है।
सुने सीएम भूपेश ने क्या कुछ कहा था…