दिल्ली। पीएम मोदी (PM NARENDRA MODI) देश में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गोवा में ‘मोपा इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ का उद्घाटन किया। नवंबर 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी ने ही इसकी आधारशिला रखी थी।
बता दें कि नया अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गोवा के उत्तरी भाग में स्थित है जो गोवा की राजधानी पणजी से लगभग 35 किमी दूर है। यह गोवा में दूसरा हवाई अड्डा होगा। पहला एयरपोर्ट (PM NARENDRA MODI) डाबोलिम में स्थित है। गोवा के डाबोलिम एयरपोर्ट से अभी 15 डोमेस्टिक और 6 इंटरनेशनल लोकेशन्स के लिए कनेक्टिविटी है। जबकि मोपा एयरपोर्ट के जरिए 35 डोमेस्टिक और 18 इंटरनेशनल लोकेशन्स तक पहुंचा जा सकेगा। इंडिगो और गोफर्स्ट जैसी एयरलाइंस पहले ही जनवरी से नए हवाई अड्डे से 200 से ज्यादा उड़ानें शुरू करने की योजना की घोषणा कर चुकी हैं। बता दें कि साल 2014 में मोदी सरकार बनने के बाद से देश में एयरपोर्ट की संख्या 74 से दोगुनी होकर लगभग 140 या इससे ज्यादा हुई है।
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जानिए मोपा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की खासियत
उत्तरी गोवा के मोपा में स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 2,870 करोड़ रुपये की लागत से बना है। यह डाबोलिम के बाद राज्य का दूसरा हवाई अड्डा होगा। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में हवाई अड्डे की सालाना क्षमता 44 लाख यात्रियों की होगी और परियोजना पूरी होने पर इसकी कुल क्षमता (PM NARENDRA MODI) बढ़कर सालाना एक करोड़ यात्री हो जाएगी। डाबोलिम हवाई अड्डे की क्षमता 85 लाख यात्री सालाना है, लेकिन वहां ‘कार्गो’ (माल) परिवहन की सुविधा नहीं है, जबकि नए हवाई अड्डे पर कार्गो की भी सुविधा उपलब्ध होगी। हवाई अड्डे से राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और पर्यटन उद्योग की जरूरतों को पूरा करने की उम्मीद है। इसमें प्रमुख लॉजिस्टिक हब के रूप में सेवा देने की क्षमता है, जो कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को सीधे जोड़ता है। हवाई अड्डे के लिए मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी की भी योजना है।