वॉशिंगटन। त्वचा के नीचे के मोटापे के मुकाबले लिवर, आंत व शरीर के दूसरे अंगों के आसपास वसा जमने से कोरोना (CORONA) का खतरा ज्यादा रहता है। नए शोध में यह जानकारी सामने आई है। अंगों के आसपास वसा जमने से हृदय संबंधी बीमारियों, डायबिटीज और हाइ ब्लड प्रेशर का भी खतरा रहता है।
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स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ कैंपिनास, व साउ पाउलो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि अंगों के आसपास वसा (CORONA) जमने से भारी मात्रा में साइटोकिन बनाता है। इससे प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) कमजोर होता है। कई कोरोना रोगी पहले अच्छा महसूस करते, लेकिन बाद में उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। उनका शरीर वायरस के अनुसार रिएक्ट करता है। इसे साइटोकिन स्टॉर्म कहते हैं।
घातक खतरों से भी बचाता है
शोधकर्ताओं का कहना है कि मोटापा व बढ़ा हुआ वजन कोरोना संक्रमण (CORONA) पर जानलेवा साबित हो सकता है। वजन को नियंत्रित रखना सेहत के लिए कई तरह से लाभकारी है। यह कोरोना संक्रमण के दौरान घातक खतरों से भी बचाता है। ब्रिटेन के जन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में कहा गया था कि जो लोग मोटापे से ग्रसित हैं, उनमें कोरोना के लक्षण अन्य मरीजों के मुकाबले घातक स्तर पर देखे गए। ऐसे लोगों को जान का खतरा अधिक था।