मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सरकार को भेजी जाने वाली रिपोर्ट को अंतिम रूप देने के लिए गुरुवार को बैठक की। रिपोर्ट में बताया जाएगा कि वह इस साल जनवरी से लगातार तीन तिमाहियों में खुदरा मुद्रास्फीति को छह फीसदी की संतोषजनक सीमा से नीचे रखने में क्यों विफल रही है। इस रिपोर्ट पर मंथन के बाद रिजर्व बैंक महंगाई रोकने के लिए चाबुक चला सकता है।
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छह सदस्यीय एमपीसी के अध्यक्ष रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास हैं। छह साल पहले एमपीसी के गठन के बाद पहली बार आरबीआइ नौ महीने तक मुद्रास्फीति को निर्धारित दायरे में नहीं रख पाने पर रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपेगा। गौरतलब है कि इस साल जनवरी से मुद्रास्फीति लगातार 6% से ऊपर बनी हुई है। सितंबर में भी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआइ) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 7.4% दर्ज की गई।