रायगढ़। धरमजयगढ वन मंडल के जमावीरा जंगल में (RAIGADH NEWS) एक हाथी की लाश मिली है। मामले में हाथी की मौत गाज से होने की बात कही जा रही है, लेकिन हाथी के शव का एक दांत गायब है। वहीं दूसरा दांत मौके से कुछ दूर पर मिला है। विडंबना यह है कि विभागीय अधिकारियों की हाथी के मौत की जानकारी एक सप्ताह बाद मिली। यह घटना इस वर्ष 4 माह के अंतराल में लैलूंगा व छाल के बाद तीसरी है।
गश्त पर उठ रहा सवाल
वन विभाग के द्वारा वनों के साथ वन्य प्राणियों की सुरक्षा को लेकर बीट (RAIGADH NEWS) निर्धारित किए गए हैं। संबंधित बीट में विभागीय अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई, ताकि वे निर्धारित क्षेत्र में भ्रमण करते हुए पूरी निगरानी रखे। इसके विपरीत विभागीय अधिकारियों की लापरवाही उजागर हो रही है। यदि संबंधितों के द्वारा अपने बीट में गश्त किया जाता तो विशालकाय हाथी की लाश स्पष्ट रूप से नजर आती। गश्त के नाम पर खानापूर्ति किए जाने की वजह से मामला उजागर नहीं हो सका और हाथी की लाश सड गई।
वन मंडल में पहले भी आ चुका है मामला
इस तरह का मामला धरमजयगढ वन मंडल में पहले भी (RAIGADH NEWS) आ चुका है। लैलूंगा में 4 माह पहले एक नर हाथी की लाश सड़ी गली अवस्था में मिली थी। इसी तरह इसी साल छाल में भी एक नर हाथी का लाश मिला था। लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी वन्य प्राणी व आमजन के जान से कोई सरोकार नही रखता है।