दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने आप नेता दुर्गेश पाठक (DURGESH PATHAK) को शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए समन जारी किया था।
दुर्गेश पाठक आज ईडी दफ्तर पहुंच गए हैं। इस मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आज एक ट्वीट भी किया था। उन्होंने लिखा कि आज ED ने “आप” के MCD के चुनाव इंचार्ज दुर्गेश पाठक को समन किया है। दिल्ली सरकार की शराब नीति से हमारे MCD चुनाव इंचार्ज का क्या लेना देना? इनका टार्गेट शराब नीति है या MCD चुनाव? दरअसल आप ने दुर्गेश पाठक को MCD चुनाव का प्रभारी बनाया हुआ है। मनीष सिसोदिया का आरोप है कि MCD चुनाव के चलते ही उन्हें शराब नीति मामले में घेरा जा रहा है।
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क्या है पूरा मामला
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 नवंबर 2021 को लागू की गई यह नीति इस साल जुलाई में वापस ले ली थी। जब दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने इसके क्रियान्वयन की सीबीआई (DURGESH PATHAK) से जांच कराने की सिफारिश की थी। ईडी का आबकारी नीति से जुड़ा धन शोधन मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और कुछ नौकरशाहों को आरोपियों के तौर पर नामजद किया गया है। सीबीआई ने 19 अगस्त को इस मामले में सिसोदिया (50), भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी और दिल्ली के पूर्व आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण के दिल्ली स्थित आवास तथा सात राज्यों और केंद्र-शासित प्रदेशों में 19 अन्य स्थानों पर छापे मारे थे।
अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार में सिसोदिया के पास आबकारी (DURGESH PATHAK) और शिक्षा समेत कुछ अन्य विभाग हैं। ईडी इस बात की तफ्तीश कर रहा है कि क्या पिछले साल नंवबर में लाई गई दिल्ली आबकारी नीति के क्रियान्वयन में कथित अनियमितताएं बरती गईं। प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली की आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में हाल ही में देशभर के लगभग 40 ठिकानों पर छापेमारी की थी। आंध्र प्रदेश में नेल्लोर तथा कुछ अन्य शहरों, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में शराब कारोबारियों, वितरकों और आपूर्ति शृंखला के नेटवर्क पर छापे मारे गए थे।