दिल्ली। देश में कारोबार कर रही चीन की फर्जी कंपनियों (GIRAFTAAR) का भंडाफोड़ हुआ है। साथ ही इसके मुख्य साजिशकर्ता एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है। कंपनी मामलों के मंत्रालय के अधीन कार्यरत गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय ने चीन के नागरिक जिलियान द्रोस्टे को कल गिरफ्तार किया। वह बिहार के रास्ते सड़क मार्ग से देश से भागने की कोशिश कर रहा था।
मंत्रालय ने बयान जारी करके बताया कि चीन की फर्जी कंपनियों के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय को इसकी जांच करने के लिए सौंपा गया। कुल मिलाकर 32 फर्जी चीनी कंपनियों की जानकारी मिलने के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई, जिसमें इसके मुख्य साजिशकर्ता इस चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया गया है।
इन कंपनियों पर हुई छापेमारी
कंपनी मामलों के मंत्रालय ने बताया, ‘हांगकांग की कंपनी जिलियान हांगकांग लिमिटेड की गुरुग्राम स्थित भारतीय इकाई जिलियान कंस्टलटेंट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, बेंगलुरु की फिनिटी प्राइवेट लिमिटेड और हैदराबाद की कंपनी हुसिस कंस्लटिंग लिमिटेड पर छापेमारी की कार्रवाई की गई।’
बिहार से पकड़ा गया चीनी नागरिक
चीनी नागरिक द्रोस्टे देश छोड़कर भागने के लिए बिहार (GIRAFTAAR) के दूरस्थ क्षेत्रों में पहुंच गया। इसके बाद एक टीम बनाकर शनिवार को उसकी गिरफ्तारी की गई। द्रोस्टे कई फर्जी कंपनियां बनाने का मुख्य साजिशकर्ता है और उसने कंपनी पंजीयन में स्वयं को हिमाचल प्रदेश के मंडी का निवासी बताया है।