दिल्ली। सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस (SIDDHU MUSEWALA) में अब विदेशों में भी एक्शन शुरू हो गया है।गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भांजे सचिन बिश्नोई को अजरबैजान में हिरासत में लिया गया है। सचिन बिश्नोई लॉरेंस की गैंग को बाहर से ऑपरेट करता है।
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जांच एजेंसियों का दावा है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या में सचिन की भी भूमिका है। बिश्नोई गैंग के मूसेवाला की हत्या (SIDDHU MUSEWALA) को अंजाम देने की जानकारी सचिन बिश्नोई को भी थी। जांच एजेंसी सचिन को हत्याकांड का मास्टरमाइंड भी बताती आई है। जानकारी के मुताबिक सचिन के पास से फर्जी पासपोर्ट भी बरामद किया गया है। सचिन अपना पूरा नाम सचिन थापन लिखता है, जबकि उसके पास से तिलक राज टूटेजा के नाम का पासपोर्ट बरामद किया गया है। सचिन के पिता का असली नाम शिव दत्त है, जबकि फर्जी पासपोर्ट में उसके पिता का नाम भीम सेन लिखा हुआ है।
29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या
आपको बता दें कि 29 मई को सिद्धू मूसेवाला (SIDDHU MUSEWALA) की हत्या कर दी गई थी। उन्हें सरेआम गोलियों से भूना गया था जिस वजह से उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। गोल्डी बराड़ ने लॉरेंस बिश्नोई के साथ मिलकर मूसेवाला की हत्या की पूरी प्लानिंग की और फिर अपने शूटरों के जरिए हत्या को अंजाम दिया था।
हाल ही में गोल्डी बराड़ की दुश्मन गैंग का एक गैंगस्टर फिलीपींस में मारा गया था। मारे गए गैंगस्टर का नाम संदीप था, जो बमबीहा गैंग के लिए काम करता था।जानकारी के लिए बता दें कि बमबीहा और गोल्डी बराड़ गैंग के बीच लंबे समय से दुश्मनी चल रही है। दोनों ही गैंग के कई सदस्य इस गैंगवॉर की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं। पंजाब का रहने वाला मंदीप भी इसी गैंगवार की वजह से दुनिया को अलविदा कह गया था।