दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए सरकार ने बुधवार को पेट्रोल, डीजल और विमान ईंधन (एटीएफ) पर लगने वाले विंडफॉल टैक्स (TAX) में दो रुपए प्रति लीटर की कटौती कर दी।
कंपनियां अब तक छह रुपए प्रति लीटर के हिसाब से यह टैक्स (TAX) दे रहीं थीं। इसी के साथ पेट्रोल (गैसोलिन) के निर्यात पर लगने वाला छह रुपए प्रति लीटर सेस खत्म कर दिया गया है। इस फैसले से तेल उत्पादक और रिफाइनरी कंपनियों को फायदा होगा। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, ओएनजीसी और ऑयल इंडिया शामिल हैं।
भैयाजी ये भी देखे : नेशनल हेराल्ड केस में आज सोनिया से पूछताछ: ED ने बनाई 50 सवालों की सूची
निर्यात के अलावा देश में कच्चे तेल का उत्पादन करने वाली कंपनियों को भी सरकार ने राहत दी है। इसके तहत प्रति टन लगने वाले टैक्स को 23,250 रुपए से घटाकर 17,000 रुपए कर दिया गया है। नए बदलाव 20 जुलाई से लागू हो गए। सरकार ने एक जुलाई को तेल उत्पादक और रिफाइनरी कंपनियों पर विंड फॉल टैक्स लगा दिया था।