श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग (TEROR FUNDING) का नया पैटर्न सामने आया है। पाकिस्तान और PoK में मौजूद कश्मीरी आतंकी अपनी पुश्तैनी संपत्ति बेच रहे हैं। इससे मिलने वाली कीमत आतंकी संगठनों को मुहैया कराई जा रही है। फंडिंग के इस नए पैटर्न पर एक सूत्र ने बताया, कुछ साल पहले तक सैकड़ों कश्मीरी युवा आतंक की ट्रेनिंग लेने पाकिस्तान और PoK जाते थे। कुछ वापस आ गए और कुछ वहीं रह गए। इनकी संपत्ति घाटी में है।
भैयाजी ये भी देखे : राष्ट्रपति चुनाव: PM मोदी, शाह और योगी ने वोट डाला
ये संपत्तियां राजस्व अधिकारियों, रिश्तेदारों की मदद से बेची जाती हैं। इस रकम को घाटी के आतंकी संगठनों को दिया जाता है और इतनी ही रकम पाकिस्तान या PoK में बैठे आतंकी को दी जाती है। सुरक्षा एजेंसियों ने ऐसी दर्जनों संपत्तियों की पहचान की है, जो कुछ अफसरों की मदद से अवैध रूप से बेची गईं। संपत्ति बेचने में मदद करने वाले राजस्व अफसरों, रिश्तेदारों और मददगारों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
संपत्ति की बिक्री पर सरकार रोक लगाएगी
सरकार ने ऐसी किसी भी संपत्ति की बिक्री और ट्रांसफर पर रेस्ट्रिक्शन लगाने का भी फैसला किया है। इसमें PoK या पाकिस्तान में रह रहे किसी आतंकी का हिस्सा है। इस तरह की पिछली सभी बिक्री को अवैध घोषित किया जाएगा और संपत्ति राजसात की जाएगी। जांच एजेंसी ने कुपवाड़ा, बारामुला, श्रीनगर और अन्य जिलों में दर्जनों ऐसी संपत्तियों की पहचान की है, जिससे आतंकी संगठनों को करोड़ों रुपए ट्रांसफर हुए हैं।
यहां तक कि आतंकी PoK में MBBS सीटों की बिक्री से फंड रेज करते थे। प्रशासन (TEROR FUNDING) ने बीते दिनों इस गिरोह के कई सरगनाओं को गिरफ्तार किया और PoK में होने वाली MBBS की डिग्री को इनवैलिड किया है। इसके अलावा LOC पर कड़ी सुरक्षा के चलते भी पाक से कोई फंडिंग नहीं आ रही है। हवाला से आने वाले पैसों पर भी एक्शन लिया है। इसलिए आतंकी फंडिंग के नए तरीके ढूंढ़ रहे हैं।
पुलवामा में हमले में CRPF ASI शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को आतंकवादी हमले में CRPF का एक अधिकारी शहीद हो गए। आतंकियों ने गंगू इलाके में दोपहर 2:20 बजे के करीब पुलिस और CRPF की संयुक्त नाका पार्टी पर गोलीबारी की। इसमें CRPF के ASI विनोद कुमार शहीद हो गए। दाे दिन पहले ही आतंकियों ने श्रीनगर के बाहरी इलाके लाल बाजार में पुलिस गश्ती दल पर गोलीबारी की थी, जिसमें एक ASI शहीद हाे गए थे, 3 जवान जख्मी हुए थे। वहीं, सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मंगुचक बेल्ट में पुलिस-सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान शुरू किया है। लोगों ने शनिवार की रात कम ऊंचाई पर प्रकाश देखा था। इसके ड्रोन होने का संदेह है।