भोपाल। गरीब परिवारों के मरीजों के इलाज के नाम पर आयुष्मान योजना (AAYUSHMAN YOJNA) में गडबड़ी करने वाले अस्पतालों पर लगातार कार्रवाई चल रही है। दो अस्पतालों के संचालकों पर एफआईआर कराने के बाद अब बडा जुर्माना लगाया गया है। आयुष्मान योजना में इम्पैनल सात प्रायवेट अस्पतालों पर करीब एक करोड जुर्माना लगाया गया है।आयुष्मान भारत निरामयम मप्र के सीईओ अनुराग चौधरी ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं।
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दो अस्पतालों पर हो चुकी एफआईआर
इससे पहले दो अस्पतालों गुरुआशीष और वैष्णव के खिलाफ कार्रवाई कर अस्पताल संचालकों पर एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। यही नहीं सीएमएचओ द्वारा इन अस्पतालों (AAYUSHMAN YOJNA) की मान्यता रद्द करने की कार्रवाई भी की। मालूम हो कि शहर के निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना में जमकर धांधली की शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों के आधार पर स्टेट हेल्थ एजेंसी ने शहर के 50 अस्पतालों में जांच की। इनमें से 18 अस्पतालों मे गड़बडिय़ां मिली थी। इन अस्पतालों द्वारा फर्जी मरीजों को भर्ती किए बिना क्लेम लेने, मरीजों को दूसरी बीमारी मे भर्ती करने जैसी गड़बडिय़ां की गई थी । जांच रिपोर्ट के आधार पर अब इन अस्पतालों पर कार्रवाई की जा रही है।
अब आयुष्मान से इम्पैनलमेंट भी हुआ खत्म
इन अस्पतालों पर जुर्माना लगाने के साथ ही आयुष्मान योजना (AAYUSHMAN YOJNA) से इम्पैनलमेंट भी खत्म कर दिया गया है। अब ये अस्पताल आयुष्मान योजना से इलाज नहीं कर पाएंगे।
इतना लगा जुर्माना
- जीवन श्री अस्पताल : 863050
- आयुष्मान भारत : 826500
- आयुष्मान अस्पताल : 1767500
- आधार अस्पताल : 2295700
- राजदीप अस्पताल : 3260700
- वीसीएच अस्पताल : 446000
- किशनानी अस्पताल : 496100
- गुरुआशीष अस्पताल : एफआईआर
- वैष्णव अस्पताल: एफआईआर
ऐसे तय हुई कार्रवाई
जिन अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती किए बिना आयुष्मान योजना से क्लेम लिया उनके खिलाफ धोखाधडी के मामले में एफआईआर दर्ज कराकर अस्पताल का आयुष्मान योजना से इम्पैनलमेंट और नर्सिंग होम का पंजीयन निरस्त किया गया। जिन अस्पताल में आयुष्मान कार्ड धारी मरीजों से इलाज के नाम पर पैसे लिए गए उनसे पैसे वापस कराने के साथ ही पैनाल्टी लगाई गई है।