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पाकिस्तान की गर्म हवाओं ने रोकी मानसून की रफ्तार, पिछले 27 दिनों में देश में 10 फीसदी कम हुई बारिश

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दिल्ली। अबके बरस मानसून (MAUSAM NEWS) की राह बड़ी मुश्किल है। आमतौर पर अब तक कश्मीर पहुंचने वाला मानसून 12 दिन से UP-बिहार की सीमा पर अटका हुआ है। यह 17 जून को मऊ जिले के पास पहुंच गया था, लेकिन पाकिस्तान से राजस्थान के रेगिस्तानों से होकर आने वाली गर्म हवाओं के कारण आगे नहीं बढ़ पा रहा है। ऐसा पहले कर्नाटक में भी हो चुका है, जहां मानसून 10 दिन तक अटका रहा था।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में हवाओं का दबाव थोड़ा कम है। इस वजह से मानसून को आगे धकेलने वाली हवाएं नहीं चल रहीं। अब हालांकि, पश्चिमी हवाएं कमजोर होने लगी हैं और बंगाल की खाड़ी से हवाएं उठकर उत्तर-पश्चिम की ओर बहनी शुरू हो चुकी हैं। इसलिए उम्मीद है कि अगले दो दिन में मानसून आगे बढ़ना शुरू कर सकता है।

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ऐसा हुआ तो 8-10 दिन के भीतर यह कश्मीर (MAUSAM NEWS)  पहुंच सकता है। उसके बाद यह राजस्थान पार कर पूरे देश को कवर कर सकता है। दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों को छोड़ दें तो मानसून अब तक कमजोर रहा है। देश में 1 से 27 जून के बीच औसतन 150 मिमी बारिश दर्ज होती है। इस बार 135 मिमी हुई है। यानी 10% कम।

असम में जल तबाही औसत से 80% ज्यादा बारिश

असम में बाढ़ का कहर जारी है। अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है। 3 लाख से ज्यादा लोग राहत शिविरों में या सड़क किनारे रहने को मजबूर हैं। राज्य के 32 जिलों के 5,424 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। यहां मानसूनी बारिश सामान्य से 80% ज्यादा हो चुकी है। -विस्तृत रिपोर्ट पेज 13 पर

मप्र में उमस ने किया परेशान

मप्र में जून में अप्रैल जैसी गर्मी पड़ रही है। एक हफ्ते से पारा 35 से 37 पर है, लेकिन बढ़ी हुई उमस परेशान कर रही है। आसमान में बादल हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही। पिछले करीब 1 हफ्ते से भोपाल समेत प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में ऐसा ही मौसम है। मानसून आने के बाद भी अप्रैल जैसी गर्मी पड़ रही है। इसकी खास वजह यह है कि अभी ऐसे कोई मानसूनी स्ट्रांग सिस्टम नहीं हैं जो तेज बारिश करा सके। मौसम की इस बेरुखी का असर खेत से लेकर सेहत तक पड़ रहा है।