मुंगेली। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद कुमार सिन्हा, डी. एम. डॉ. गौरव कुमार सिंह और पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह ने आज जिला मुख्यालय के समीप ग्राम देवरी में स्थित जिला जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया।
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निरीक्षण के दौरान उन्होंने बैरकों में पहुंचकर प्रत्येक विचाराधीन बंदियों से रूबरू होते हुए उनके जेल में होने का कारण, जेल में होने की अवधि, उनके स्वास्थ्य, भोजन, पेयजल, साफ-सफाई आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर उन्होंने विचाराधीन बंदियों को दी जाने वाली भोजन की गुणवत्ता को परखते हुए उन्हें दी जाने वाली हर सुविधा उपलब्ध कराने के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने तथा जेल परिसर में जेमर लगाने हेतु जेल अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दिए।
जिसके बाद जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिन्हा, डी. एम. डॉ. सिंह और पुलिस अधीक्षक सिंह जिला जेल परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विचाराधीन बंदियों के लिए आयोजित विधिक साक्षरता शिविर में शामिल हुए। उन्होंने विधिक साक्षरता शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि एक बार जेल आने वाले बंदियों को दूसरी बार जेल जाना नहीं पड़े, जेल सजा के लिए नहीं बल्कि जेल एक सुधारगृह होता है।
अतः उन्होंने जेल से छूटने के बाद एक अच्छे नागरिक बनकर जीवनयापन करने की बात कही। इस दौरान डी. एम. डॉ. सिंह ने विचाराधीन कैदियों के स्वस्थ जीवन के लिए प्रत्येक दिवस योग शिविर आयोजित करने के लिए जेल अधीक्षक को निर्देश दिए।
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इस अवसर पर जिला विधिक प्राधिकरण के सचिव मयंक सोनी ने विचाराधीन बंदियों को राज्य शासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।