spot_img

यूपी में बुलडोजर एक्शन पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

HomeNATIONALयूपी में बुलडोजर एक्शन पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

दिल्ली। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (YOGI GOVERMENT) के बुलडोजर एक्शन के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-हिंद की याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। जमीयत की मांग है कि बुलडोजर की कार्रवाई को रोका जाए। इसके अलावा अवैध रूप से घरों में तोड़फोड़ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस विक्रम नाथ की बेंच जमीयत की याचिका पर सुनवाई करेगी।

दरअसल, प्रयागराज में पुलिस ने 10 जून को हुई हिंसा का मास्टरमाइंड जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप नाम के शख्स को बताया था। इसके बाद प्रयागराज विकास प्राधिकरण यानी पीडीए के अफसरों ने जावेद के मकान को अवैध बताते हुए ढहा दिया था। जमीयत का आरोप है कि अफसरों ने बिना कानूनी प्रक्रिया के मनमाने ढंग से जावेद का घर ढहाया है।

भैयाजी यह भी देखे:4 महीने में सबसे ज्यादा कोरोना केस: 12 हजार नए मरीज मिले

जावेद का नहीं मकान, उसकी पत्नी को मिला था गिफ्ट

याचिका में लिखा गया है कि जिस मकान को पीडीए ने ढहाया है उसका मालिक जावेद नहीं, बल्कि उसकी पत्नी परवीन फातिमा है। यह घर परवीन को शादी से पहले उनके माता-पिता ने गिफ्ट किया था। चूंकि जावेद का उस मकान पर कोई स्वामित्व नहीं है, इसलिए उस मकान को गिराए (YOGI GOVERMENT) जाना कानून के मूल सिद्धांत के खिलाफ है।

परिवार ने ध्वस्तीकरण को बताया था असंवैधानिक

PDA ने दावा किया था कि इमारत का निर्माण अवैध रूप से किया गया था। मई में नोटिस जारी होने के बाद भी जावेद सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हुआ था। हालांकि, उनके वकीलों ने कहा था कि परिवार को केवल शनिवार की देर रात (मकान गिराए जाने से पहले की रात) को नोटिस की एक कॉपी मिली थी।

10 जून को प्रयागराज के अटाला में हुआ था बवाल

प्रयागराज के अटाला में 10 जून को जुमे की नमाज के बाद करीब 2 बजे जमकर बवाल हुआ था। यह इलाका खुल्दाबाद थाना खेत्र में आता है। इस दौरान हजारों की संख्या में जुटे उपद्रवियों ने पत्थरबाजी, आगजनी और बमबाजी की थी। इसमें 18 से ज्यादा सुरक्षाकर्मी और मीडियाकर्मी घायल हुए थे। वहीं PAC के वाहन सहित पुलिस की 6 बाइकों को उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया था। इस मामले में पुलिस (YOGI GOVERMENT) ने मुख्य साजिशकर्ता के तौर पर जावेद मोहम्मद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।