कवर्धा। नई शिक्षा नीति में शिक्षा विभाग के ढांचे में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। क्योंकि प्ले स्कूल की तर्ज पर कबीरधाम (KAWARDHA NEWS) जिले के 220 आंगनबाड़ी केंद्र को बालवाड़ी बनाने की तैयारी है। इन केंद्रों में रोज दो घंटे खेल के साथ बच्चों काे भाषा विकास यानी अक्षर और संख्यात्मक ज्ञान देंगे। ताकि प्री- स्कूल के लिए नौनिहाल तैयार हो सकें। इसी शिक्षा सत्र में 16 जून से ये सभी बालवाड़ी शुरू होगी।
भैयाजी ये भी देखे : सस्पेंड: 4 हादसों के बाद CGM हटाए गए, सुशांता कुमार को जिम्मेदारी
नई शिक्षा नीति में इसका प्रावधान किया गया है। इस कक्षा को बालवाटिका नाम दिया गया है। इस सत्र से कबीरधाम जिले के 220 आंगनबाड़ी को बालवाड़ी के रूप में बदलाव किया जाएगा। इसमें कवर्धा ब्लॉक के 23 आंगनबाड़ी, पंडरिया ब्लॉक के 64, सहसपुर लोहारा ब्लॉक के 66 और बोड़ला ब्लाॅक के 67 आंगनबाड़ी का चयन किया गया है। बालवाड़ी के रूप में जिले के ऐसे आंगनबाड़ी का चयन किया गया है, जो प्राथमिक स्कूल के परिसर से लगे हुए हैं।
दो साल आंबा व एक साल होगा बाल वाटिका का
कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा (KAWARDHA NEWS) ने बताया कि नए प्रावधानों के अनुसार 3-7 साल तक के बच्चों के लिए फाउंडेशन स्टेज की बात कही गई है। इसमें दो साल आंगनबाड़ी (आंबा) के होंगे। फिर एक साल बाल वाटिका का फिर पहली और दूसरी कक्षा होगी। यह तीनों कक्षाएं स्कूल में संचालित होगी। इसके लिए प्रशिक्षण देकर शिक्षक उपलब्ध कराया जाएगा।
खेल-खेल में ही स्कूल के लिए बच्चों को करेंगे तैयार
बाल वाटिका 5 से 6 वर्ष के आयु वर्ग (KAWARDHA NEWS) के सभी बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सर्वव्यापक, न्याय समग्र, आनंददायक, समावेशी और संदर्भित सीखने के अवसरों की उपलब्धता व बढ़ावा देने पर विचार करती है। नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों को खेल-खेल में स्कूल के लिए तैयार करना है। बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करना।
इसकी तैयारियों को लेकर कलेक्टर ने दिए निर्देश
बालवाड़ी का संचालन करने जिले की ऐसी 220 आंगनबाड़ी केंद्रों का चिह्नांकन किया गया है, जो स्कूल परिसर में अथवा उसके निकट हो। इसके लिए एक उपयुक्त कक्ष होगा और एक शिक्षिका प्रभारी होंगी। इसकी तैयारियों को लेकर कलेक्टोरेट में बैठक हुई। इसमें अपर कलेक्टर बीएस उइके, सीईओ संदीप अग्रवाल, डीईओ राकेश पांडेय आदि मौजूद रहे।