रायपुर। छत्तीसगढ़ के एकमात्र विधानसभा में हो रहे उपचुनाव की सरगर्मी अब और तेज होगी। दरअसल सियासी दांवपेच और जाति मामले के बाद मरवाही चुनाव से बाहर हुए जोगी परिवार ने मरवाही में अब पूरे दमखम के साथ इस चुनावी मैदान में उतरने का मन बनाया है।
हमने मरवाही उपचुनाव के लिए रणनीति तय कर ली है । मरवाही के हर गाँव हर घर पहुँचकर अब हम वोट नहीं न्याय मांगेंगे । क्योंकि हमारे साथ हुए अन्याय का जवाब मरवाही की जनता देगी । भूपेश की अदालत में नही मरवाही की जनता की अदालत में अब न्याय होगा । pic.twitter.com/SLjpugBRDX
— Amit Ajit Jogi (@amitjogi) October 19, 2020
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने इस बारे में मीडिया से चर्चा की है। अमित जोगी ने कहा कि अब वे और उनका परिवार मरवाही में वोट नहीं न्याय मांगने जाएंगे।
अमित जोगी ने कहा कि “मरवाही के सभी लोगों की जगह मेरे दिल में है। मैं ना ही किसी का विरोध कर रहा हूं, और ना ही किसी के पक्ष में हूं, मैं सिर्फ और सिर्फ अपने साथ हुए अन्याय को लेकर जनता के बीच जाऊंगा और जनता से अपने हिस्से का न्याय मांगूंगा। उन्होंने कहा कि “जिस जनता जनार्दन ने अब तक हमें जनादेश दिया है, मुझे यकीन है कि मरवाही की जनता हमें न्याय जरूर देगी।
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CEO से की हस्तक्षेप की मांग
इधर अमित जोगी ने अपने नामांकन रद्द होने पर स्कूटनी के दौरान हुई वीडियोग्राफी की क्लिप जिला निर्वाचन अधिकारी से मांगी है। इधर बीते 2 दिनों से उन्हें यह क्लिप अब तक नहीं दी गई है। इस मामले में अमित जोगी ने कहा कि “पिछले दो दिन से वीडियों माँग रहा हूँ ताकि दुनिया भी देखे कि भूपेश बघेल के राज में क़ानून को कैसे बंद कमरे में प्रेस को बाहर करके कुचला जाता है, लेकिन गौरेला पेंड्रा मरवाही के जिला निर्वाचन अधिकारी मेरा आवेदन ही स्वीकार करने से मना कर रहे हैं। उन्होंने इस मामलें में CEO रीना बाबा साहेब कंगालें से हस्तक्षेप की मांग की है।