spot_img

चोरी के आरोपी को भिजवाया जेल तो नाबालिक ने रिश्तेदार के चेहरे पर सैनिटाइजर डालकर फूंक दिया

HomeNATIONALचोरी के आरोपी को भिजवाया जेल तो नाबालिक ने रिश्तेदार के चेहरे...

कानपुर। कानपुर में चोरी के मामले में जेल भिजवाने की खुन्नस में आरोपी के नाबालिग भाई (KANPUR NEWS) ने मुकदमा लिखवाने वाले वादी के बच्चे पर सैनिटाइजर डालकर फूंक दिया। पुलिस जांच करने पहुंची, लेकिन मामले को मैनेज कर लिया। पूरा केस वायरल होने पर बुधवार रात को आनन-फानन में एफआईआर करके जांच शुरू कर दी है। ये घटना रेल बाजार के हैरिसगंज की है।

आरोपियों से साठगांठ करके दबा दिया था केस

यहां के रहने वाले फिरोज खान ने बताया कि मोहल्ले में उनके चाचा का मकान है। वह घर पर ताला लगाकर अपने गांव गए थे। इस दौरान इलाके के फारुख उर्फ मॉडल ने ताला तोड़कर घर में चोरी की थी। फिरोज की शिकायत पर पुलिस ने फारुख को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। इसी की रंजिश में फारुख के पारिवारिक 14 साल के अरशद ने मंगलवार को मेरे (फिरोज) के 11 साल के बेटे रेहान को खेलने के लिए हैरिसगंज रेलवे कॉलोनी मैदान में बुलाया था।

भैयाजी यह भी देखे: चुनाव बाद तीसरी बार हुआ इजाफा, गैस सिलिंडर के रेट 1040 के पार

आरोप है कि अरशद ने रेहान के चेहरे पर सैनिटाइजर डालकर फूंक दिया। इससे रेहान बुरी तरह झुलस गया। सूचना पर पहुंचे रेलबाजार चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय ने जांच (KANPUR NEWS) के दौरान आरोपी अरशद को हिरासत में लिया और उसके घर से सैनिटाइजर भी बरामद कर लिया। लेकिन, आरोपियों के परिवार से साठगांठ करके कोई कार्रवाई नहीं की। बुधवार को मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने पर मामला पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा तक पहुंचा तब रेलबाजार पुलिस ने आरोपी नाबालिग अरशद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

थानेदार को भी नहीं दी जानकारी

थाना प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि उन्हें इस संबंध में चौकी इंचार्ज ने कोई जानकारी नहीं दी थी। सोशल मीडिया पर मामला वायरल होने पर चौकी इंचार्ज से बात की तो उन्हें मामले की जानकारी हुई। इसके बाद पीड़ित के परिजनों की तहरीर पर नाबालिग आरोपी अरशद के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने और आईपीसी की धारा-324 शरीर के किसी अंग को क्षति पहुंचाने की धारा में एफआईआर दर्ज की है। आपको जानकर हैरत होगी कि परिजन बच्चे (KANPUR NEWS) को लेकर केपीएम हॉस्पिटल पहुंचे तो बच्चे का प्राथमिक उपचार करने के बाद उर्सला रेफर कर दिया गया। क्राइम से जुड़ा मामला होने के चलते रेलबाजार पुलिस के संज्ञान में पूरे मामले की जानकारी देने के बाद बच्चे को भर्ती किया गया। इसके बाद भी मामले को पुलिस ने दबा दिया था। अफसरों तक मामले की जानकारी पहुंचने पर आनन-फानन में पुलिस ने कार्रवाई की है।