भिलाई। केंद्र और राज्य सरकार (BHILAI NEWS) भले ही किसानों पर मेहरबान है, लेकिन जिले के बैंक नहीं। बैंकों ने वर्ष 2021-22 में सबसे अधिक ऋण लघु उद्यमियों को दिया गया। बैंकों ने किसानों को फसलों के लिए 707.22 करोड़ का ऋण देने की योजना बनाई थी, लेकिन 471.83 करोड़ रुपए का ही उन्हें लोन जारी किया गया।
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इसी तरह कृषि उपकरणों की खरीदी के लिए उन्हें 504.61 करोड़ रुपए का ऋण देने का लक्ष्य रखा, लेकिन सिर्फ 234.71 करोड़ का ही कर्ज दे पाई। इस तरह किसानों को फसल और कृषि उपकरण के लिए कुल 1211.83 करोड़ का ऋण देने का लक्ष्य रखा था, इसके विरुद्ध 706.03 करोड़ का ही कर्जा दिया गया। इस प्रकार लघु उद्यमियों को 882 करोड़ के लक्ष्य की तुलना में 1007 करोड़ का लोन बांट दिया गया। बैंकों की जिला स्तरीय कमेटी में सौंपी गई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। यह लक्ष्य से 28 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि पिछले वित्तीय वर्ष में फसलों, कृषि उपकरणों, लघु उद्यमों, कार लोन, होम लोन, मोटर साइकिल लोन आदि मदों में कुल 3005.85 करोड़ का लक्ष्य है।
लघु उद्यमियों को लोन देने में ज्यादा रूचि दिखाई गई
वित्तीय वर्ष (BHILAI NEWS) में फसलों, कृषि उपकरणों, लघु उद्यमों, कार लोन, होम लोन, मोटर साइकिल लोन आदि मदों में 3005.85 करोड़ रुपए का ऋण देने का लक्ष्य रखा गया था। 3854.79 करोड़ रुपए ऋण में ही बांटे गए। लोन देने में सबसे अधिक मेहरबानी लघु उद्यमियों पर की गई है। वर्ष 2022-23 के लिए भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
वर्ष 2021-22 में बैंकों के 580 करोड़ रुपए जाम
वित्तीय वर्ष (BHILAI NEWS) 2021-22 में जिले में संचालित 23 बैंकों के 246 शाखाओं में 17, 519 लोगों ने समय पर किस्त जमा नहीं किया। इसकी वजह से बैंकों के 580 करोड़ रुपए जाम हो गए हैं। पेंडिंग किस्त में 4859 खातेदार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई के हैं। वहीं सबसे अधिक रकम 84.64 करोड़ रुपए यूनियन बैंक के जाम हैं।