बिलासपुर। अचानकमार टाइगर रिजर्व में होली के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अब टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से हर गांव में बैठक कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें यह भी जानकारी दी जा रही है कि कोई भी ग्रामीण यदि शिकार रोकने या इसकी सूचना देने में विभाग की मदद करता है तो उसे टाइगर रिजर्व प्रबंधन की ओर से पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।
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शिकार की आशंका ज्यादा रहती
अचानकमार टाइगर रिजर्व में होली के दिन और इसके बाद वाले दिन शिकार की आशंका ज्यादा रहती है। पिछले दिनों तो शिकार की कोशिश भी की गई थी। मैदानी अमले की तत्परता से शिकार से पहले बिछाया गया फंदा जब्त कर लिया गया। अभी भी खतरा मंडरा रहा है। यही वजह है कि प्रबंधन की ओर से दिन व रात दोनों समय गश्त कराई जा रही है। इसके अलावा शिकार रोकने के लिए एक नया उपाय निकाला है। इसके तहत कोई भी ग्रामीण शिकारियों की सूचना देता है या रोकने में विभाग की मदद करता है तो प्रोत्साहन स्वरूप उन्हें पांच हजार रुपये पुरस्कार दिया जाएगा।
सूचना मिलने पर तत्काल जानकारी दे
पिछले दिनों सिवलखार के जिस जगह से फंदा जब्त हुआ था, उसे पैदल गार्ड ने पकड़ा था। इसलिए उसे पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया था। इसके अलावा टाइगर रिजर्व के अंदर व बाहर जितने गांव हैं, वहां वन अमला पहुंच रहा है। यहां ग्रामीणों की बैठक भी ली जा रही है। इसमें उन्हें बताया जा रहा है कि जंगल और यहां रहने वाले वन्य प्राणियों की सुरक्षा हम सभी का दायित्व है। इसलिए सभी इस कार्य में विभाग की मदद करें। ग्रामीण भी आश्वसन दे रहे हैं कि इस तरह की सूचना मिलने पर तत्काल जानकारी देंगे।
मुख्यालय न छोड़ने का आदेश
होली पर्व के मद्देनजर दो दिन तक किसी भी स्थिति में वन अमला मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। इस संबंध में एक आदेश भी जारी हुआ है। यदि बिना किसी सूचना मुख्यालय छोड़ते हैं तो संंबंधित वन कर्मचारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी। वन्य प्राणियों की सुरक्षा के मद्देनजर गांव-गांव में ग्रामीणों की बैठक ली जा रही है। उनसे शिकार या अन्य अपराध रोकने में सहयोग भी मांगा जा रहा है।