कोंडागांव। जल जीवन मिशन के कामकाजों में लेटलतीफी और लापरवाही करना इंजीनियर और ठेकेदारों को महंगा पड़ गया। कलेक्टर ने इस मामलें में दो इंजीनियर और 16 ठेकेदारों को नोटिस थमाया है। कलेक्टर ने इनसे इस मामलें में जवाब माँगा है।
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कोंडागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने समीक्षा बैठक में जिले के अंतर्गत जल जीवन मिशन के प्रगति की कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर ने सभी ग्रामों में चल रहे जल जीवन मिशन कार्यो की ग्रामवार विभागीय अधिकारियों से चर्चा के दौरान एकल ग्राम योजना, रेट्रो फिटींग योजना तथा समुह ग्राम योजना के अंतर्गत कार्यो की प्रगति की रिपोर्ट देखी।
इस दौरान कलेक्टर ने योजनातंर्गत डीपीआर निर्माण, शासन द्वारा स्वीकृति एवं टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात भी जोबा बड़ेउसरी, माकड़ी उदेंगा, फरसगांव मोहलई, मांदाबेलगा के आलावा 21 अन्य स्थानों में काम शुरू नहीं होने पर नाराजगी जताई।
जिसके बाद कलेक्टर मीणा ने कार्य के प्रति अरूचि एवं कार्य प्रारंभ न करने के लिए 16 ठेकेदारों के विरूद्ध कारण बताओं नोटिस जारी किया है। इसके अतिरिक्त उन्होने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के दो कनिष्ठ अभियंताओं को भी कार्य के उपयुक्त निष्पादन न करने पर नोटिस दिया है।
जल जीवन मिशन में 226 गांवों का चयन
गौरतलब है कि कोंडागांव जिले में एकल ग्राम योजना अंतर्गत 226 गांवों का चयन किया गया था जिसमें से 230 ग्रामो में एकल ग्राम, रेट्रो फिटींग योजना के अंतर्गत 83 ग्रामो हेतु योजना की स्वीकृति एवं टेंडर का कार्य पूर्ण करते हुए निर्माण कार्य प्रारंभ करने की अनुमति प्राप्त हो चुकि है।
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जिसमें से कई ग्रामों में कार्य तेजी से चल रहा है जिसकी समीक्षा एवं निरीक्षण समय-समय पर कलेक्टर द्वारा की जा रही है। साथ ही समुह ग्राम योजना अंतर्गत 23 ग्रामो को मिलाकर तैयार योजना को भी स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है जिसपर कार्य जल्द ही प्रारंभ किया जायेगा।