उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर (Mahakal Bhasmarti Darshan) में गुरुवार से प्रतिदिन 300 भक्तों को भस्म आरती दर्शन की निशुल्क अनुमति मिलेगी। मंदिर प्रशासन ने आम भक्तों की सुविधा के लिए निशुल्क सीटों की संख्या में इजाफा किया है। अब तक 100 श्रद्धालुओं को प्रतिदिन निशुल्क अनुमति दी जा रही थी।
मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ ने बताया कि कोरोना प्रतिबंध समाप्त होने तथा शिवरात्रि महापर्व संपन्ना होने के बाद अब पूरी क्षमता के साथ भस्म आरती दर्शन व्यवस्था शुरू की जा रही है। प्रतिदिन 1500 दर्शनार्थियों को भस्मारती दर्शन की अनुमति दी जाएगी। इसमें से 300 सीटें सामान्य दर्शनार्थियों के लिए आरक्षित की गई हैं। श्रद्धालु सुबह आठ बजे से मंदिर कार्यालय के समीप स्थित काउंटर से निशुल्क अनुमति प्राप्त कर सकते हैं।
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इसके अलावा प्रतिदिन 400 दर्शनार्थियों को मंदिर (Mahakal Bhasmarti Darshan) की वेबसाइट व महाकालेश्वर दर्शन एप पर 200 रुपये शुल्क के साथ आनलाइन परमिशन दी जाएगी। पुजारी, पुरोहित के यजमान तथा प्रोटोकाल के तहत आने वाले वीआइपी को मंदिर के वीआइपी काउंटर से प्रतिदिन 800 अनुमति मिलेगी। इन्हें भी प्रति व्यक्ति 200 रुपये भेंट राशि देना होगी।
बुकिंग करते ही मिलेगा एसएमएस
महाकाल मंदिर समिति ने भस्म आरती व दान आदि की आनलाइन व्यवस्था (Mahakal Bhasmarti Darshan) निजी कंपनी को सौंप दी है। कंपनी ने आधुनिक तकनीक से साफ्टवेयर का निर्माण किया है। नई व्यवस्था में भस्म आरती की बुकिंग कराते ही दर्शनार्थी को मोबाइल पर अनुमति का एसएमएस प्राप्त होगा। श्रद्धालु अनुमति की प्रिंट भी निकलवा सकेंगे। शीघ्र दर्शन टिकट की आनलाइन बुकिंग भी सुविधा से होगी। बता दें इससे पहले मंदिर के साफ्टवेयर में आए दिन तकनीकी खामी रहती थी। आनलाइन बुकिंग कराने पर श्रद्धालुओं के खाते से रुपये कट जाते थे और उन्हें अनुमति प्राप्त नहीं होती थी।
लड्डू प्रसाद भी मंगवा सकेंगे
आनलाइन व्यवस्था नए स्वरूप में अस्तित्व में आने के बाद देश विदेश के भक्त घर बैठे मंदिर के विभिन्ना प्रकल्पों के लिए दान कर सकेंगे। श्रद्धालु अगर भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद मंगवाना चाहते हैं, तो उसकी बुकिंग भी आसानी से हो जाएगी।