दुर्ग। जब यूक्रेन-रूस युद्घ की बातें कोई करता था तो बड़ा ही हास्यास्पद लगता था। यश को परिजन वापस भिलाई (BHILAI NEWS) आने कहते तो लगता की पैरेट्स बेवजह डर रहे हैं। मगर जब परिजनों ने यश दीवान की वापसी की टिकट करवाई, आने से लिए भी सामान्य रूट नहीं था, जकार्ता होते हुए दिल्ली और फिर भिलाई पहुंचे। लेकिन जब जकार्ता पहुंचे तब ही यूक्रेन की वास्तविक स्थिति का आभास हुआ और परिजनों का निर्णय सौ फीसद सही लगा।
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यश ने मिडिया को बताई आपबीती
यूक्रेन-रूस में उपजे स्थिति के बाद वहां रह रहे भारतीय विद्यार्थियों और प्राध्यापकों के परिजन परेशान है। बधाों को लेकर चिंतित भी है। देश सहित छत्तीसगढ़ के कई बधों युद्घक देशों में फंसे हुए है। लेकिन मरोदा सेक्टर निवासी यश दीवान को उनके परिजनों ने स्थिति बद से बदतर होने से पहले ही भिलाई बुलवा लिया। परिजनों ने वापसी के लिए टिकट करने कहा तो यश यूक्रेन-रूस के विवाद को हल्के में ले रहा था।
यश दीवान (BHILAI NEWS) की मां और शासकीय शिक्षक आशा दीवान ने कहा कि हमने बीते दिनों यश को भारत वापस बुलवा लिया। वापसी भी सीधे नहीं हो पाई। बल्कि वह जकार्ता के रास्ते दिल्ली और वहां से भिलाई पहुंचा। यश 22 फरवरी को भिलाई पहुंचा। तब जाकर परिजनों के जान में जान आई। तो यूक्रेन से निकलने के बाद वहां की स्थिति से अवगत होने के कारण यश भी खुद को सुरक्षित महसूस कर रहा है।
ऐसी स्थिति भी हो सकती है
यूक्रेन की राजधानी स्थित कीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी (BHILAI NEWS) में अध्ययनरत यश ने कहा कि दोनों देशों के बीच स्थिति इतनी खराब हो जाएगी ऐसी हमने कल्पना भी नहीं की थी। मगर अब तो हालात चिंताजनक है। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मेरी सकुशल वापसी हो पाई। आशा दीवान ने कहा कि यश बाबा महाकालेश्वर का परम भक्त है। वह जब भी भारत आते है तब उज्जौन (महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग) दर्शन करने जाते ही है। मां ने कहा कि यश पहले लाकडाउन में भी उज्जौन जाने के लिए बेचैन था। भिलाई में भी वह शिव मंदिर जाकर पूजा-अर्चना किया करता है।