एजेंसी। यूक्रेन (UKRAIN) में तनाव अब पहले से काफी बढ़ चुका है। वही रूसी हमले का खतरा अभी बरकरार है। इस तनाव के बीच पिछले 2-3 दिनों से रूस समर्थित अलगाववादी भी सामने आ चुके हैं। पूर्वी यूक्रेन के डोनबास इलाके में रूस समर्थिक अलगाववादी सक्रिय हैं।
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बताया जा रहा है कि यूक्रेन को सबसे ज्यादा इसी इलाके से खतरा है। यूक्रेन की सेना ने दावा किया कि पूर्वी यूक्रेन के लुहांस्क इलाके में अलगाववादियों की गोलाबारी की चपेट में एक स्कूल आ गया, जिसमें दो अध्यापक घायल हो गए है। इस गोलीबारी के चलते बड़े इलाके में बत्ती चली गयी और बाद में एक कार और गैस पाइपलाइन में ब्लास्ट की खबरें आई है। यूक्रेन (UKRAIN) में अलगाववादियों ने घोषणा की है कि वे अपने क्षेत्र के लोगों को रूस भेज रहे हैं। डोनेट्स्क और लुहांस्क इलाके से शुक्रवार को बड़ी संख्या में महिलाओं, बच्चों और बुज़ुर्गों को भेजना शुरू कर दिया है।
पूर्वी यूक्रेन (UKRAIN) में 2014 में हुए अलगाववादी संघर्ष में 14,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के दोनों क्षेत्रों में लाखों की आबादी रहती है। अमेरिका ने दावा किया है कि पिछले एक महीने के दौरान रूस ने यूक्रेन की सीमा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई है। ये भी आशंका जताई जा रही है कि रूस ऐसी तस्वीर बना रहा है जिससे ये लगे कि पहले यूक्रेन ने हमला किया, उसके बाद उसने जवाबी कार्रवाई की।
रूस के दावे कितने सच्चे?
हाल ही में रूस ने दावा किया था कि क्रीमिया समेत कुछ इलाकों से उसके कुछ सैनिक वापस लौट रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सैनिकों के वापस लौटने की तस्वीरें भी सामने आईं थीं। बताया जा रहा है कि ये वो सैनिक है जो कि युद्धाभ्यास खत्म करके लौट रहे थे, लेकिन यूक्रेन, अमेरिका और नाटो ने दावा किया कि जमीन पर रूसी सैनिकों की वापसी नहीं दिख रही है। बल्कि रूस के और सैनिक पहुंच रहे हैं।