रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश में खून की किल्लत इलाज में बाधा नहीं बनेगी। राज्य सरकार ने ब्लाक स्तर पर सरकारी ब्लड बैंक (BLOOD BANK) को मंजूरी दे दी है। मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के मद्देनजर ब्लाक स्तर पर 57 सामुदायिक केंद्रों में ब्लड बैंक की स्थापना होगी। प्रत्येक के लिए 80 से 90 लाख रुपये तक का बजट रखा गया है।
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बता दें कि राज्य में इलाज के दौरान मरीजों को हर साल करीब तीन लाख खून की आवश्यकता होती है। सरकारी और प्राइवेट ब्लड बैंक (BLOOD BANK) मिलाकर कुल 95 ब्लड बैंकों में वर्ष 2020-21 में 93,013 यूनिट रक्तदान हुए। यानी जरूरत का सिर्फ 31 फीसद। वहीं मरीजाें की जरूरत पर खून रिप्लेसमेंट को मिलाकर कल 2.02 लाख यूनिट रक्तदान हुए हैं। लोगों में रक्तदान को लेकर जागरूकता की कमी की वजह से रह रक्तदान का सालाना औसत है। वहीं ग्रामीण स्तर क्षेत्रों में ब्लड बैंक ना होना भी बड़ी समस्या थी। ब्लाक स्तर पर ब्लड बैंक खूलने से सीधा फायदा मरीजों को होगा।
11 नए प्राइवेट ब्लड बैंक खोलने आवेदन
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में छह शासकीय ब्लड बैंक की स्थापना हुई। जबकि आठ प्राइवेट ब्लड बैंक (BLOOD BANK) खोले गए हैं। वहीं 11 नए प्राइवेट ब्लड बैंक को लेकर विभाग में आवेदन किया गया है।
वर्ष-2021 में रक्तदान पर एक नजर
शासकीय ब्लड बैंक
- 48 हजार यूनिट रक्तदान
- 42 यूनिट रिप्लेसमेंट से
- 90 हजार से अधिक यूनिट ब्लड मिले
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प्राइवेट ब्लड बैंक
- 44 हजार यूनिट रक्तदान
- 67 हजार यूनिट रिप्लेसमेंट से
- 1.11 लाख यूनिट ब्लड प्राप्त हुए।