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बृजमोहन अग्रवाल ने साधा भूपेश बघेल पर निशाना: कहा- नक्सलियों ने दबा रखा है छत्तीसगढ़ सरकार का टेंटुआ

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रायपुर। राजधानी रायपुर के शंकर नगर स्थित अपने निवास पर पूर्व मंत्री व दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल (BRIJMOHAN AGARWAL) ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर चरम पर है। मुख्यमंत्री यूपी दौरे पर रहते हैं। वह कभी-कभी ही छत्तीसगढ़ आते हैं।

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स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी अक्सर राज्य से लापता ही रहते हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि पहले ही सरकार किसानों को धान का पैसा 2500 चार किस्तों में दे रही है और उसका कोई लाभ किसानों को नहीं हो रहा है। छत्तीसगढ़ में 25 लाख से ज्यादा भूमिहीन किसान हैं। छत्तीसगढ़ में किसानों की संख्या 39 लाख से 46 लाख है। उन 46 लाख में सिर्फ 23 लाख किसान धान बेच रहे हैं। बाकी किसान कहां गए। यह सरकार सिर्फ लोगों को भुलावे में रखने का काम करती है।

योजनाओं के क्रियान्वयन में भूपेश सरकार फेल

छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाएं अधर में हैं। धरातल पर कोई भी काम नहीं हो रहा है। गरीबों को आवास मुनासिब नहीं है। राज्य में 18 लाख गरीब आवास विहीन हैं। 5 लाख लोगों को घर मिला। 5 लाख लोगों में से भी दो लाख के घर अधूरे हैं। 12 लाख लोगों को मकान नहीं मिला। राज्य में नक्सली आए दिन लोगों की जान ले रहे हैं। एक वनवासी या आदिवासी की मौत भी छत्तीसगढ़ सरकार के लिए चैलेंज है।

धमतरी में नक्सलाइट फिर से जीवित

पूर्व मंत्री (BRIJMOHAN AGARWAL)  ने कहा कि धमतरी में नक्सलाइट फिर से जीवित हो गया है। ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखंड मुठभेड़ में बड़े-बड़े नक्सली मारे जाते हैं। छत्तीसगढ़ के मुठभेड़ में आज तक एक भी नामी नक्सली को नहीं मारा गया। चुनौतियों से निपटने में सरकार पूरी तरह से फैल्योर साबित हुई है। जनता खुद रेत और शराब माफियाओं के खिलाफ सड़क पर उतर रही है।

पीएम की सुरक्षा में लापरवाही षड्यंत्र का हिस्सा

एमएलए बृजमोहन अग्रवाल (BRIJMOHAN AGARWAL)  ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी पार्टी के नहीं होते, प्रधानमंत्री देश के होते हैं। मैं भी 15 साल मंत्री रहा हूं। मनमोहन सिंह भी कई बार यहां आए हैं। किसी भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होना और यह सिर्फ चूक नहीं है, ये बोतलनेक है। छत्तीसगढ़ में आप देखते हैं कि नक्सली पुल पुलिया को ब्लॉक करते हैं। किस राज्य की सरकार को यह जानकारी नहीं होगी कि 1 किलोमीटर दूर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। पाकिस्तान बॉर्डर से 5-7 किलोमीटर दूर है। 5 दिन पहले ही बॉर्डर से सटे इलाकों में ब्लास्ट हुआ था और ऐसे इलाके में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इतनी बड़ी लापरवाही होना यह लगता है कि यह लापरवाही नहीं है यह किसी ने कोई षड्यंत्र रचा है।