दिल्ली। नए साल की शुरुआत के साथ पहले ही महीने यानि जनवरी में धरती की ओर एक बड़ा खतरा तेजी से बढ़ रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने बताया है कि नए साल की शुरुआत में एक विशाल इमारत की आकार का एक एस्टेरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजरेगा। नासा ने इस क्षुद्रग्रह को ‘संभावित रूप से खतरनाक’ बताया है। वहीं इसके अलावा भी तीन अन्य क्षुद्रग्रह पृथ्वी के पास से गुजरेंगे। नासा के वैज्ञानिक लगातार अंतरिक्ष में हो रही इन गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं।
भैयाजी ये भी देखे : दिल्ली में कोरोना के 50 प्रतिशत इजाफा, मई के बाद सबसे ज्यादा केस मिले आज
11 जनवरी के धरती से सबसे करीब होगा उल्कापिंड
नासा ने इस क्षुद्रग्रह का नाम 2013 YD 48 रखा है। नासा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है यह 11 जनवरी को यह एस्टेरॉयड धरती से 3.48 करोड़ मील के दायरे में आ जाएगा। यह एस्टेरॉयड करीब 104 मीटर चौड़ा बताया जा रहा है। आमतौर पर 3.48 करोड़ मील की दूरी बहुत ज्यादा लगती है लेकिन जगह के मामले में यह बहुत कम है। रिपोर्ट्स (NASA) के मुताबिक नासा पृथ्वी के 120 मिलियन मील के दायरे से गुजरने वाली हर चीज को नियर अर्थ ऑब्जेक्ट (NEO) मानकर चलता है क्योंकि ये सभी ऑब्जेक्ट धरती को प्रभावित कर सकते हैं।
क्षुद्रग्रह धरती के लिए खड़ी कर सकते हैं परेशानी
क्षुद्रग्रह अंतरिक्ष में लंबी दूरी तय करते हैं और इनमें जरा सा भी बदलाव धरती के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। वैज्ञानिक हर दिन अंतरिक्ष में हजारों पत्थरों या क्षुद्रग्रहों की निगरानी करते हैं। वे जानकारी एकत्र करते हैं कि कोई वस्तु पृथ्वी के लिए घातक है या नहीं। दरअसल एस्टेरॉयड का पृथ्वी के पास से गुजरना एक सामान्य घटना है लेकिन जब कोई विशाल इमारत के आकार का 2013 YD 48 उल्कापिंड धरती के पास से गुजरता है, तो यह चिंता का कारण बन जाता है।
2 जनवरी को भी धरती के पास से गुजरेगा उल्कापिंड
2013 YD 48 से पहले भी 3 अन्य एस्टेरॉयड पृथ्वी के पास से गुजर सकते हैं। इस रविवार यानि 2 जनवरी को 12 मीटर चौड़ा 2021 YK धरती के 1 लाख 18 हजार किमी (NASA) के दायरे में आएगा। 6 जनवरी को 7 मीटर चौड़ा 2014 YE15 पृथ्वी के पास से गुजरेगा। अंत में 7 जनवरी, 2020 को 4 मीटर की चौड़ाई वाला AP1 1.08 मिलियन मील की दूरी से गुजरेगा।