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शीतलहर की चपेट में उत्तर भारत, पहाड़ों पर प्रचंड बर्फबारी

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दिल्ली। पहाड़ों पर हो रही भारी बर्फबारी (MAUSAM) के चलते उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप जारी है। बर्फीली हवाओं के कारण तापमान कहीं शून्य के करीब पहुंच गया है तो कहीं शून्य डिग्री से नीचे।

उत्तर भारत में कई स्थानों पर नदी या झीलों में बर्फ जमने की भी खबर आ रही है। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड जैसे राज्यों में भारी बर्फबारी के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। बीते 24 घंटों में हुई भारी बर्फबारी ने उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर घाटी की सूरत पूरी तरह से बदल कर रख दी है। लगातार तापमान गिरने से रोंगटे खड़े कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही है।

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उत्तराखंड व जम्मू कश्मीर में भारी बर्फबारी

उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में भारी बर्फबारी के चलते मौसम (MAUSAM) सुहाना हो गया है। मौसम विभाग ने 29 दिसंबर तक राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का अनुमान जताया है। उत्तराखंड में भी ठंड ने अपनी जबरदस्त दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने 29 दिसंबर तक राज्य में अच्छी बर्फबारी और बारिश की भविष्यवाणी की है। 28 दिसंबर को पूरे राज्य में बारिश के साथ ही तीन हजार मीटर से ऊपर के इलाकों में भारी बर्फबारी की संभावना है।

इन राज्यों में हो सकती है बारिश

मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि बिहार में 28 और 29 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पश्चिम बिहार और उससे सटे इलाकों पर बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी हवा सतह से 0.9 किमी ऊपर फैल रही है। उच्च दबाव का क्षेत्र विकसित हो रहा है। इसके अलावा मौसम विभाग ने राजस्थान में भी बारिश की संभावना जताई है। राजधानी जयपुर में हल्की बारिश भी हुई है। राजस्थान के कई जिलों में आज भी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली समेत राजस्थान में बारिश की संभावना है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में बारिश हो सकती है। पूर्वी हिस्से यानी बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आज से 30 तारीख तक भारी बारिश की संभावना है।

बर्फ की चादर में लिपटा पुंछ

इधर कश्मीर में पुंछ सफेद चादर (MAUSAM) में लिपटा हुआ है। पेड़ हरे से सफेद हो गए हैं। कारें, घर सफेद खिलौनों की तरह दिखते हैं। इस कारण यहां सैलानियों की संख्या भी बढ़ गई है। तापमान में गिरावट के कारण नलों में पानी जम गया है और लोगों को पानी की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है।