पटना। सुशांत सिंह राजपूत केस में मुखर होकर सामने आए पूर्व डीजीपी की स्थित अब घर के रहे न घाट के वाली हो गई है। अपनी नौकरी से वीआरएस लेकर राजनीति में उतरे गुप्तेश्वर पांडेय के बारे में अटकले लगायी जा रही थी कि वे जनता दल यूनाइटेड से बक्सर सीट के उम्मीदवार हो सकते है। लेकिन सांझेदारी के चककर में अब बक्सर की सीट भाजपा के हाथ चली गई है।
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ऐसे में कल तक यह उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें बिहार विधानसभा (Bihar Election) चुनाव में कही और से जेडीयू की उम्मीदवारी मिल सकती है लेकिन आज जारी हुई फाइनल लिस्ट से यह भी क्लियर हो गया कि VRS लेकर पार्टी की सदस्यता लेने वाले गुप्तेश्वर पांडेय को इस बार बिहार चुनाव(Bihar Election) में कोई जगह नहीं मिली।
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अब बढ़ती अफवाहों के बीच गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद अपनी गवाही देते हुए कहा है कि मेरे रिटायरमेंट को बिहार चुनाव से (Bihar Election) जोड़कर देखना ठीक नहीं है। चुनाव लड़ने की संभावना थी, किसी कारणवश ये समीकरण नहीं बैठा। राजनीति में बहुत सारी मजबूरियां होती हैं लेकिन मैं एनडीए के साथ हूं और एनडीए के साथ रहूंगा: वहीं महाराष्ट्र की राजनीति से टिकट न मिलने के सवाल पर बिहार के पूर्व जीडीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि सुशांत की मौत के मामले में मैंने जो भी किया उसमें मैंने न कोई गलती की, न मुझे उसका कोई अफसोस है।