रायपुर। जिले में लगातार आगजनी की घटना होने के बाद रायपुर जिला प्रशासन (RAIPUR NEWS) के अधिकारी जागे है। अब सभी बहुमंजिला इमारतों और अस्पतालों में आग से बचने के उपायों की जांच का फैसला हुआ है। रायपुर कलेक्टर ने फायर ऑडिट के लिए 10 टीम बनाई है। टीम को जांचने के बाद रिपोर्ट सबमिट करने का निर्देश जारी किया है।
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रायपुर कलेक्टर (RAIPUR NEWS) सौरभ कुमार ने बताया, रायपुर जिले के चिकित्सालय भवनों, अस्पतालों और बहुमंजिला रहवासी इमारतों में अग्निशमन मानदंडों का कड़ाई से पालन नहीं किया जा रहा है। ऐसे भवनों के फायर ऑडिट, अग्नि सुरक्षा और अन्य सुरक्षा मानकों की जांच के लिए दल का गठन किया गया है। यह जांच दल सबसे पहले रायपुर जिले के अस्पतालों की जांच करेगा। जांच दल को तीन दिन में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसके बाद बहुमंजिली रिहायशी इमारतों का फायर ऑडिट होगा। रायपुर एसडीएम को रायपुर नगर निगम से बाहर के अस्पतालों और बहुमंजिला इमारतों की जांच का निर्देश दिया गया है। वहीं अभनपुर और आरंग एसडीएम को उनके क्षेत्र में ऐसी इमारतों और अस्पतालों की जांच कर रिपोर्ट पेश करने की जिम्मेदारी दी गई है।
इन बिंदुओं पर होनी है जांच
- इमारत में कितने अग्निशमन यंत्र उपलब्ध हैं।
- अग्निशमन यंत्र की एक्सपायरी डेट क्या है।
- हाइड्रेंट और स्मोक डिटेक्टर काम करने की स्थिति में हैं या नहीं
- आखिरी बार फायर ऑडिट कब किया गया था।
- अस्पताल प्रबंधन ने आग से बचाव संबंधी ड्रिल किया है या नहीं।
- धुआं अथवा गैस भर जाने की स्थिति में वेंटिलेशन की व्यवस्था है कि नहीं।
- शॉर्ट सर्किट से बचाव के साधन हैं या नहीं।
- दुर्घटना की स्थिति में मरीजों को सुरक्षित बाहर निकलने की व्यवस्था है या नहीं।
- शॉर्ट सर्किट अथवा आग लगने पर सभी मंजिलों पर अलार्म लगा हुआ है या नहीं।
- अग्नि सुरक्षा के लिए कितने प्रशिक्षित व्यक्तियों को रखा गया है, अथवा कितने लोगों को इसमें प्रशिक्षित किया गया है।
- कार ने फायर ऑडिट का आदेश दिया था।