सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सली इलाके (Naxalite areas) में रिपोटिंग करने गए 6 पत्रकार नदी के तेज बहाव में फंस गए। नदी के पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने पत्रकारो को फंसे देखा तो 4 घंटे का रेस्क्यू करके उन्हें नदी से सुरक्षित बाहर निकाला। घटना सोमवार की बताई जा रही है।
भैयाजी ये भी पढ़े : आयुष्मान भारत शिविर का आयोजन, मेनन ने योजना को बताया गरीबो…
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार सुकमा के पोलमपल्ली थाना इलाके के अतुलपारा में जिले के पत्रकार न्यूज कवरेज (Naxalite areas) करने गए हुए थे। पोलमपल्ली से अतुलपारा पहुंचने के लिए न तो पक्की सड़क है और न ही नदी में किसी तरह का पुल बना हुआ है। किसानों की समस्याओं को जानने के लिए पत्रकारों ने पोलमपल्ली से अतुलपारा के बीच पडऩे वाली एक नदी को बाइक के माध्यम से पार किया।
भैयाजी ये भी पढ़े : Breaking : प्रदेश में 5वीं से 12वीं तक पढ़ाई जाएगी “महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षा”
हालांकि उस समय नदी का जल स्तर काफी कम था। पत्रकार रिपोटिंग करके वापस लौट रहे थे, इस दौरान नदी का पानी बढ़ गया। पत्रकारो के फसने की सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने अतुलपारा की तरफ स्थित पेड़ में एक लंबी रस्सी बांधी, फिर नदी में छलांग लगा कर तैरते हुए दूसरे किनारे पहुंचकर रस्सी को मजबूती से बांधा गया। बाद में एक-एक कर सभी पत्रकारों को सुरक्षित तरीके से नदी पार करवाया गया।
पुल बनाने की मांग
पोलमपल्ली से अतुलपारा (Naxalite areas) के बीच में स्थित नदी में इलाके के ग्रामीणों ने पुल बनाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई सालों से वे पुल की मांग करते हुए आ रहे हैं। लेकिन आज तक पुल निर्माण के लिए किसी ने कोई पहल नहीं की है। बारिश के दिनों में नदी उफान पर होती है। जिस वजह से इस इलाके में बसे दर्जनों गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट जाता है। रोज की जरूरतों को पूरा करने में भी इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।