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देवदूत बने पुलिसकर्मी, 4 साल के बच्चे को 55 मिनट में बिलासपुर से पहुंचाया रायपुर

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रायपुर। पुलिसकर्मियों की बहादुरी, दरियादिली और अभद्रता की कई खबरें आपने पढ़ी होगी। आज पुलिस की संवेदनशीलता की खबर हम आपको पढ़ाएंगे। मनेंद्रगढ़ निवासी परिवार के लिए बिलासपुर पुलिस देवदूत बनी और उनके चार वर्षीय बेटे को 55 मिनट में बिलासपुर के रायपुर स्थित एम्स अस्पताल पहुंचा दिया। इस कॉरीडोर (green corridor) को बनाने के लिए बिलासपुर पुलिस का रायपुर पुलिस ने पूरा साथ दिया। पीडि़त परिवार ने पुलिसकर्मियों को दुआएं दी है।

यह है पूरा मामला

कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ निवासी महिला कींतू बाई सिंह ठाकुर के चार वर्षीय बेटे गौरव सिंह की तबीयत खराब चल रही है। स्वजनों ने उसे बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। जांच में पता चला कि बालक को मस्तिष्क ज्वर है, और उसकी स्थिति गंभीर है। इस बीच उसकी तबीयत बिगडऩे लगी और उसे वेंटिलेटर की जरूरत पड़ गई।

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बच्चे की हालत देखकर डाक्टर ने उसे रायपुर स्थित एम्स अस्पताल ले जाने की सलाह दी। परेशान स्वजनों ने स्थानीय युवक धनंजय गोस्वामी के सहयोग से एसपी दीपक झा से मदद की गुहार लगाई। बच्चे की गंभीर हालत को देखकर एसपी झा ने गंभीरता दिखाई और ग्रीन कारीडोर (green corridor) बनाकर उसे एम्स पहुंचाने के निर्देश दिए।

एसपी के निर्देश पर एएसपी सिटी उमेश कश्यप, ट्रैफिक डीएसपी रोहित बघेल सहित अधिकारियों ने रायपुर पुलिस से संपर्क किया और ग्रीन कारीडोर बनाकर सुबह 9 बजे एंबुलेंस से बच्चे को बिलासपुर से रायपुर शिफ्ट किया। पुलिस की इस सक्रियता के चलते महज 55 मिनट के भीतर एंबुलेंस को रायपुर स्थित एम्स अस्पताल पहुंचा दिया। एम्स पहुंचते (green corridor) ही बालक का उपचार भी शुरू हो गया है।