दिल्ली। लगातार हुई मूसलाधार बारिश और लैंडस्लाइड की घटनाओं ने महाराष्ट्र (Maharashtra Flood) के 6 जिलों में तबाही मचा दी है। मीडिया रिपोट्स के मुताबिक महाराष्ट्र में बाढ़ की वजह से लगभग 1700 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। वेस्टर्न महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्रीज एंड एग्रीकल्चर (वेसमॅक) के मुताबिक बाढ़ प्रभावित इलाकों में करीब 8 हजार छोटे, मध्यम और बड़े व्यापारी बर्बाद हो गए हैं। व्यापारी संगठनों ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई है।
प्रभावितों की पहचान जरूरी
वेसमॅक के अध्यक्ष ललित गांधी ने बताया कि ज्यादातर छोटे व्यापारियों ने अपनी दुकान और प्रतिष्ठानों का बीमा भी नहीं किया हुआ था। ऐसे में जल्द से जल्द प्रभावितों (Maharashtra Flood) की पहचान की जानी जरूरी है। वेसमॅक ने फौरी मदद के रूप में छोटे व्यापारियों को दो लाख रुपए और मध्य व बड़े व्यापारियों को 5 लाख रुपए की मदद देने की मांग की है। जिन व्यापारियों ने अपने कारोबार का इंश्योरेंस नहीं कराया था। उन कारोबारियों को नुकसान की 50 प्रतिशत आर्थिक सहायता देने की मांग व्यापाी नेताओं ने कही है।
बिजली व्यवस्था हुई ध्वस्त
उद्धव सरकार के मुताबिक बाढ़ (Maharashtra Flood) के चलते अभी भी 800 पुल पानी में डुबे हुए हैं। 469 रास्तों पर यातायात बंद है। सीएम उद्धव ने समीक्षा बैठक में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फौरन बिजली आपूर्ति और पानी सप्लाई शुरू करने का निर्देश दिया है। ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव दिनेश वाघमारे ने बताया कि 14,737 ट्रांसफारमर भारी बारिश की वजह से खराब हो गए हैं। 67 बिजली उपकेंद्रों को नुकसान पहुंचा है। जिनको सुधार जा रहा है।
अब तक बाढ़ में 209 की मौत
महाराष्ट्र में वर्षा जनित घटनाओं में मृतक संख्या मंगलवार को बढ़कर 209 हो गई है। सबसे अधिक प्रभावित रायगढ़ जिले में अकेले करीब 100 लोगों की मृत्यु हुई है, जबकि आठ लोग अब भी लापता हैं। पिछले सप्ताह भारी बारिश से भीषण बाढ़ और राज्य में विशेषकर तटीय कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं है। अब तक रायगढ़ में 15, सतारा में 45, रत्नागिरी में 35, ठाणे में 14, कोल्हापुर में 7, मुंबई उपनगर में 4, पुणे में 3, सिंधुदुर्ग में 2, वर्धा में 2, अकोला में 2लोगों की मौत होने की पुष्टि हुई है। बाढ़ में 52 लोग घायल हुए है।