रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में चलते सदन के बीच अचानक से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव उठे अध्यक्ष से अनुमति ली सदन छोड़कर चले गए। जाते जाते सिंहदेव ने ये भी स्पष्ट किया के उनका ये फैसला अनिश्चितकाल के लिए भी हो सकता है, अगर सरकार बृहस्पति सिंह मामलें में अपना रुख स्पष्ट नहीं कर पाए।
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मंगलवार को सदन के भीतर विधायक बृहस्पति सिंह पर हुए हमले और उनके द्वारा मंत्री सिंहदेव पर लगाए आरोपों का मामला एक बार फिर उठा। बृहस्पति द्वारा लगाए आरोप पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सदन में व्यक्तव्य दिया। इस पर विपक्ष ने विरोध किया कि “गृहमंत्री का व्यक्तव्य उस मुद्दे पर नहीं है जिसकी चर्चा सदन में हुई थी।
इसके बाद विपक्ष की तरफ से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा और धर्मजीत सिंह ने सवाल उठाया। सभी ने एक स्वर में कहा कि “विधायक बृहस्पति सिंह ने अंबिकापुर से बिलासपुर आकर मंत्री सिंहदेव पर हत्या के षड़यंत्र का आरोप लगाया था।
आख़िर ऐसा क्या हुआ कि यह आरोप लग गया। यदि विधायक ने झूठ कहा तो क्यों कहा किसने कहा ? प्रेस कॉंफ़्रेंस में 22 विधायक मौजुद थे, साफ़ दिखा संगठन के दो लोग इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस को आयोजित करने में शामिल थे। इस पर कुछ नहीं कहा जा रहा है…मज़ाक़ बना दिया आपने।”
यह सदन तत्काल छोड़ रहा हूँ-सिंहदेव
इस बीच आसंदी से अध्यक्ष चरणदास महंत सदन को संबोधित कर ही रहे थे तभी स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव खड़े हुए और कहा “अब बहुत हुआ बहुत हो गया। मेरे बारे में मेरे माता पिता के बारे में आप सब जानते है, मेरे बारे में कुछ ऐसा बताने की कोशिश हुई जो नहीं जानते, जब तक सरकार अपना पक्ष स्पष्ट नहीं करती।
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मेरी भुमिका को लेकर नहीं कहती, तब तक इस उच्च स्तरीय सदन और उसके मानदंडों के यह अनुरुप होगा कि मैं इस सदन में ना रहूं ! अध्यक्ष जी आपकी अनुमति से यह सदन तत्काल छोड़ रहा हूँ।”