दिल्ली। महाराष्ट्र में भारी बारिश के चलते बाढ़ (Flooding ) के हालात पैदा हो गया है। मुंबई से लगे रायगढ़ जिले के महाड में 3 जगहों पर भूृस्खलन होने से, कई घर दब गए है। भूस्खलन की वजह से 36 लोगों की मौत हो गई है और 35 लोग लापता है। बचाव दल इन लोगां को तलाशने में लगा है।
मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार महाड में सावित्री नदी खतरे के निशान से ऊपर बहकर सब कुछ डुबा रही है। महाड और खेड में बचाव दल की टीम लगी हुई है। पानी के बहाव का देखते हुए नौ सेना को अलर्ट कर दिया गया है। महाड से थोड़ा पहले दासगांव, टोल नाके के पास नौसेना की टीम अपने साथ लाए बोट पानी में उतारकर मदद कर रही है।
सोशल मीडिया में मांग रहे मदद
बारिश बंद होने के बाद रत्नागिरी में पानी उतरने लगा है। चिपलूण में अब भी पानी भरा हुआ है। यहां पर हजारो लोग फंसे हुए है। जो लोग फंसे हुए है, उनके परीचित सोशल मीडिया में उन्हें बचाने के लिए महाराष्ट्र सरकार और मददगारों से अपील कर रहे है। इगतपुरी में कसारा घाट पर चट्टान खिसकने और तेज बारिश से मध्य रेल की पटरी तक बह (Flooding) गई है। मुंबई से सटे कल्याण और भिवंडी को भी बारिश के पानी ने अपनी आगोश में ले लिया। सांगली में भी कृष्णा नदी में भी पानी तेजी से भर रहा है।
965 परिवार सुरक्षित स्थान पर पहुंचे
कोल्हापुर जिले में भारी बारिश के चलते सड़कों के जलमग्न हो जाने पर करीब 47 गांवों का संपर्क (Flooding) टूट गया है। 965 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। बारिश से हालात इतने खराब है कि कोंकण रेलवे मार्ग प्रभावित होने की वजह से अब तक नौ रेलगाडि़यों का मार्ग परिवर्तित किया गया है। भारी बारिश के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लगातार हो रही बारिश से इन दो तटीय जिलों में उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की है। वहीं भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने तटीय क्षेत्रों के लिए अगले तीन दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। सीएम ने सचेत रहने और लोगों तक मदद पहुंचाने का निर्देश अधिकारियों को दिया है।