रायपुर। छत्तीसगढ़ में बसों के संचालन पर मंगलवार से ब्रेक लगेगा। प्रदेश भर में यात्री किराया बढ़ाए जाने की मांग को लेकर यात्री बस के संचालक अपने बसों के पहिए कल से थाम कर हड़ताल पर बैठ जाएंगे। मंगलवार 13 जुलाई से बस मालिकों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
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किराया बढ़ाने और टैक्स में छूट समेत अपनी विभिन्न मांगों के लिए बस मालिक आज भी राजधानी रायपुर में धरने पर बैठे हैं। अपनी इन मांगों के पीछे बस संचालक दलील दे रहे है कि उन्हें कोरोना काल में बड़ा नुकसान हुआ है, इस लिहाज़ से उन्होंने बसों की रोलिंग बनाए रखने के लिए सरकार से चालू बसों पर 40 फीसदी यात्री किराया बढ़ाने की मांग रखी है। इसके साथ ही उन्होंने ऐसे बसों में टैक्स की छूट मांगी है जो फिलहाल नहीं चल रही है।
निकाली थी बसों की बारात
बीते शनिवार को छत्तीसगढ़ के सभी जिला मुख्यालयों पर बस संचालकों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंप अपनी मांगें सरकार के समक्ष रखी थी। इस दौरान सभी बस मालिकों ने मिलकर बस की बारात निकाल कर भी अपना विरोध जताया था।
बस संचालकों का कहना है कि “जिस रफ्तार से पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ रहे है उस हिसाब से हमे यात्रियों का बस किराया बढ़ाना ही पड़ेगा। एक तरफ कोविड की मार दूसरी तरफ पेट्रोल डीजल के बढ़ते दाम और तीसरी तरफ सरकार का इन मसलों पर बिलकुल भी ध्यान न देना।
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इन सभी वजहों से हम आज परेशान है और आने वाले दिनों में अगर सरकार ने बात नहीं मानी तो बसों के पहिये राज्य में अनिश्चित समय के लिए थम जाएंगे।”