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आपातकाल: सांसद सरोज पांडे का तंज़, कहा-दूसरी आज़ादी हमने कांग्रेस से लड़ कर पायी

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रायपुर। भाजपा की वरिष्ठ नेत्री और राज्यसभा सांसद सरोज पांडे ने एकात्म परिसर में आपातकाल पर एक पत्रकारवार्ता ली। उन्होंने इसे कांग्रेसकी मूल वृत्ति बताया है। उन्होंने कहा कि यह दूसरी आज़ादी हमने कांग्रेस से लड़ कर पायी है।

राज्य सभा सांसद सरोज पांडे ने कहा कि ” हम सब जानते हैं कि 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल घोषित था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तब के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल लगा दिया था। स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे अलोकतांत्रिक काल था।”

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सांसद सरोज पांडे ने कांग्रेस शासित राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि “छत्तीसगढ़ समेत जिन मुट्ठी भर प्रदेशों में कांग्रेस या उसके प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष समर्थित दलों का शासन है, वहां क्या हो रहा है, देख लीजिये। महाराष्ट्र में किस तरह से असहमति के कारण अभिनेत्री का घर ढाह दिया जाता है, पत्रकारों के साथ कैसा सलूक होता है। पालघर के साधुओं को भीड़ द्वारा लिंच कर देने की खबर दिखाने के कारण अर्णव गोस्वामी और उनकी टीम के साथ कांग्रेस समर्थित सरकार ने वहां कैसा बर्बर अत्याचार किया, ये तमाम चीज़ें महज़ संयोग नहीं बल्कि प्रयोग है।”

राज्य सभा सदस्य पांडे ने कहा कि “प्रदेश की अभी की कांग्रेस सरकार का उदाहरण तो सबसे नया और अनूठा है जहां किसी ट्वीट को रीट्वीट तक करना बड़ा अपराध बना दिया जाता है। जहां शासन के संसाधनों और समय का पूरा उपयोग भाजपा प्रवक्ता की आवाज़ को पुलिसिया डर दिखा कर दबाने, राष्ट्रीय पत्रकारों पर सौ-सौ मुकदमें दर्ज करने में लगा दिया जाता है।”

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उन्होंने कहा कि “आपातकाल के सन्दर्भ में एक ख़ास बात हमें बार-बार स्मरण रखने की है कि आज 2021 में हम जिस आज़ादी की हवा में सांस ले रहे हैं, यह आज़ादी हमने कांग्रेस से लड़ हासिल की है। फिरंगियों-अंग्रेजों से गांधी-सुभाष के नेतृत्व में लड़ कर हमें जो आज़ादी मिली थी, वह 1975 में हमने खो दी थी। कांग्रेस ने वह आज़ादी हमसे छीन ली थी। यह दूसरी आज़ादी हमने कांग्रेस से लड़ कर पायी है, कांग्रेस ने अपनी आज़ादी की विरासत को, तब ही ख़त्म कर दिया था।”