रायपुर। KYC अपडेट कराने के नाम पर टाटीबंध में हुए 20 लाख रुपए की ठगी के मामलें में रायपुर पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों जामताड़ा गैंग के सदस्य बताए जा रहे है। इन आरोपियों से पुलिस ने 6 लाख रुपए की रकम बरामद की है। वहीं इनके बैंक एकाउंट फ्रिज कर मामलें में आएगी जाँच की जा रही है।
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इस मामलें का खुलासा करते हुए ASP लखन पटले ने बताया कि “पुलकित पाठक ने थाना आमानाका में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि KYC अपडेट करने के नाम पर उनके पिता को काल आया, जिसके बाद खाते से 50 से 60 ट्रांजेक्शन के ज़रिए तक़रीबन 20,00,000/- रूपये कट गए। जिस पर पुलिस ने घटना के संबंध में प्रार्थी एवं उसके पिता से विस्तृत पूछताछ किया गया। पूछ्ताछ के बाद फोन आने वाले मोबाईल नंबर और पैसे ट्रांसफर हुए बैंक खातों के डाटा को खंगाला गया। जिसके तार झारखंड के जामताड़ा से जुड़े।”
जामताड़ा में शातिर ठगों का क्लू मिलने के बाद थाना आमानाका और सायबर सेल की 09 सदस्यीय टीम को झारखण्ड के जामताड़ा रवाना हुई। जहाँ उन्होंने आरोपियों की पतासाजी शुरू की। और आखिर में उन्हें गिरफ्तार किया।
ठगी के लिए मोबाइल नंबर और खाते का इस्तेमाल
एएसपी लखन पटले ने बताया कि “आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर, व बैंक खातों के नाम व पते दूसरों के थे तथा उन मोबाईल नंबरों एवं बैंक खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात करने के लिए किया गया था।” इधर जाँच पड़ताल करते हुए टीम सबसे पहले आरोपी कुंदन दास तक पहुंची। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कुंदन दास से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपने अन्य दो साथी श्याम दास एवं सतीश दास के साथ मिलकर लाखों रूपये की ठगी करना स्वीकार किया। जिसके बाद आरोपी श्याम दास एवं सतीश दास को भी पकड़ा गया।
मास्टरमाइंड है सतीश
पुलिस ने बताया कि ठगी की इस घटना का मास्टर माइंड सतीश दास है। आरोपी सतीश दास वर्ष – 2015 में ऑन लाईन ठगी करने की पूरी प्रशिक्षण प्राप्त किया है तथा प्रशिक्षण के दौरान एक कापी में लोगों से बात करने एवं पीड़ितों को झांसे में लेकर उनके खातों से रकम की ठगी करने तक के सारे तरीकों को लिखा है।
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आरोपी श्याम दास दूसरों के दस्तावेज प्राप्त कर उनके नाम से बैंकों में खाता खुलवाता है तथा खाता धारकों को कमीशन देता है। खातों में रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर सतीश दास का रहता है तथा खातों का ए.टी.एम. कार्ड, पासबुक एवं चेकबुक को भी सतीश दास अपने पास रखता है। आरोपी सतीश दास ठगी हेतु जिन मोबाईल नंबरों का उपयोग किया था वह मोबाईल नंबर भी दूसरे के नाम पर है तथा वेस्ट बंगाल के है।
9 एटीएम,7 मोबाइल, 20 सिम और 6 हज़ार नकद
तीनों आरोपियों की उनकी निशानदेही पर उनके कब्जे से अलग – अलग बैंकों के 09 नग ए.टी.एम. कार्ड, पासबुक, चेकबुक, अलग-अलग कंपनियों के 20 नग सिम कार्ड, 07 नग मोबाईल फोन एवं नगदी 6,000/- रूपये जप्त करने के साथ ही आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये खाते में पीड़ित की ठगी की रकम 6,00,000/- रूपये को फ्रीज्ड़ कराया गया है। आरोपियों से जप्त अलग – अलग बैंकों के 09 नग ए.टी.एम. कार्ड एवं खातों को भी फ्रीज्ड़ कराया जा रहा है।