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पीएम का राष्ट्र के नाम संदेश : सबको मुफ्त टीका, नवंबर तक 80 करोड़ को मुफ्त अनाज

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नई दिल्ली : देश में 18 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त टीका लगाया जाएगा। इसकी शुरुआत 21 जून को योग दिवस से होगी। रविवार को राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री ने इस आशय की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को नवंबर महीने तक मुफ्त अनाज मुहैया कराने की घोषणा की।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के संदर्भ में राज्यों के रवैये पर सवाल खड़े किए और टीके के संदर्भ में फैलाए जा रहे भ्रम पर चिंता जाहिर की।

राष्ट्र के नाम संदेश में पीएम ने पहले कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुए व्यापक नुकसान पर सफाई देने के बाद विपक्ष पर तीखे हमले किए। उन्होंने परोक्ष तौर पर दूसरी लहर की आपदा के लिए राज्यों को जिम्मेदार ठहराया।

उन्होंने कहा कि महामारी की शुरुआत से ही केंद्र सरकार सतर्क थी। बीते साल अप्रैल महीने में ही टीके के लिए हमने निर्माण कंपनियों को लॉजिस्टिक सपोर्ट दिया। स्वदेशी टीका निर्माण में सफलता हासिल की। इस साल जनवरी महीने तक टीकाकरण अभियान सफलता से आगे बढ़ रहा था।

राज्यों के रवैये पर सवाल

पीएम ने राष्ट्र के नाम संदेश के दौरान राज्यों के रवैये पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब सारी व्यवस्था केंद्र सरकार देख रही थी तब कई राज्यों ने इस पर सवाल खड़े किए। जंग के खिलाफ तैयारी के विकेंद्रीकरण की लगातार मांग की। यह भी पूछा गया कि टीकाकरण के लिए एज गु्रप क्यों बनाया गया? बुजुर्गों को क्यों वरीयता दी गई।

राज्यों की बार-बार मांग के बाद हमने इस साल 16 जनवरी को एक विस्तृत गाइडलाइन बना कर राज्यों को जिम्मेदारी सौंपी। इसके तहत इलाज की व्यवस्था, कोरोना कफ्र्यू, कंटेनमेंट जोन की पहचान का अधिकार राज्यों को दे दिया गया। टीकाकरण की 25 फीसदी जिम्मेदारी राज्यों को दे दी।

नहीं संभला तो फिर आए हमारे पास

पीएम ने कहा कि दूसरी लहर में जब स्थिति बिगड़ गई तो राज्यों के सुर बदल गए। इस दौरान राज्यों को अनुभव हुआ कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टीका हासिल करने के लिए क्या करना होता है। फिर यह कहा जाने लगा कि पुरानी व्यवस्था अच्छी थी। राज्यों की ओर से पुनर्विचार की मांग होने लगी।

सबको मुफ्त टीका

पीएम ने कहा कि अब केंद्र सरकार ने टीकाकरण की जिम्मेदारी फिर से खुद उठाने का फैसला किया है। राज्यों को इसके लिए जो 25 फीसदी अधिकार दिए थे, उसे वापस लिया जा रहा है। दो हफ्ते के बाद योग दिवस अर्थात 21 जून से 18 साल से ऊपर के व्यक्ति को केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त टीका उपलब्ध कराया जाएगा। राज्यों को इस पर एक पैसा खर्च करना नहीं होगा। संशय की स्थिति न बने, इसलिए राज्यों को एक सप्ताह पहले ही बता दिया जाएगा कि उसे टीके की कितनी डोज मिलेगी।

149 रुपये से अधिक सर्विस चार्ज नहीं

पीएम ने कहा कि जो व्यक्ति मुफ्त की जगह निजी अस्पतालों में टीका लगावना चाहते हैं, उनके लिए भी व्यवस्था की गई है। 25 फीसदी टीका निजी अस्पतालों को देने की व्यवस्थ जारी रहेगी। निजी अस्पताल 149 रुपये से अधिक सर्विस चार्ज के रूप में नहीं ले पाएंगे। इसकी निगरानी का जिम्मा राज्यों का होगा।

पीएम मुफ्त अनाज योजना का लाभ नवंबर तक

पीएम ने कहा कि हम नहीं चाहते कि इस आपदा के कारण हमारे गरीब भाई बहन के सामने भूखे सोने की नौबत आए। दूसरी लहर के बाद गरीब वर्ग संकट में है। इन्हें राहत देने के लिए प्रधानमंत्री अन्न योजना को दीपावली अर्थात नवंबर महीने तक जारी रखने का फैसला किया गया है। इस योजना के तहत देश के 80 करोड़ लोगों को प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त अनाज उपलब्ध कराया जाता है।

टीके पर फैलाए जा रहे भ्रम पर जताई चिंता

पीएम ने टीके पर फैलाए जा रहे भ्रम और अफवाहों पर चिंता जताते हुए दुख व्यक्त किया। उन्होंने समाज के प्रबुद्ध लोगों और युवाओं को टीके के संबंध में जागरुकता फैलाने की अपील की। पीएम ने कहा कि टीके के निर्माण से ले कर वितरण तक कई तरह के भ्रम फैलाए गए। इसके निर्माण के लगे वैज्ञानिकों और कंपनियों का मनोबल तोडऩे की कोशिश हुई। ऐसे लोग निर्दोष लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हंै।

साफ नीयत-स्पष्ट नीति से मिलती है सफलता

पीएम ने महामारी से हुए नुकसान पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में देश बहुत पीड़ा से गुजरा है। दुनिया ने सौ सालों में पहली ऐसी महामारी देखी है जिसके संबंध में सबका अनुभव शून्य है। इसके बावजूद देश के 130 करोड़ लोग सामूहिकता के मंत्र के साथ इसके खिलाफ लड़ रहे हैं। पहले वैक्सीन के लिए हमें दशकों इंतजार करना होता था। इस बार हम स्वदेशी वैक्सीन बनाने में कामयाब रहे। जाहिर तौर पर जब नीयत साफ होती है, नीति स्पष्ट होती है और निरंतर परिश्रम होता है तो नतीजे भी मिलते हैं।