नई दिल्ली। केंद्रीय पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा है कि ऊर्जा सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन का उत्प्रेरक है। ईंधन और लुंब्रिकेंट पर एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तेल और गैस क्षेत्र में कई मिलियन डॉलर के निवेश से रोजगार के अवसर पैदा होंगे,
भैयाजी ये भी पढ़े : Transfer Breaking : आधा दर्जन एएसपी बदले, DSP, CSP का भी…
और परिणामस्वरूप सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रभाव को नीचे तक ले जाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि तेल और गैस क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के दो अंकीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
Addressed the 12th (ISFL) International Symposium on fuels and lubricants and spoke on India’s journey to sustainable energy future. Also released 'Souvenir cum Abstract Book' and golden jubilee logo of @IndianOilcl R&D. pic.twitter.com/0qcRJ3otp0
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) March 16, 2021
प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा कि भारत विश्व में ईंधन का खपत करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है। लेकिन भारत शीघ्र ही शीर्ष पर पहुंच जाएगा, क्योंकि देश में प्रति व्यक्ति खपत बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि स्वच्छ, हरित तथा स्थायी स्रोतों से भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताएं पूरी की जाएंगी और इसके लिए निरंतर अनुसंधान और विकास प्रयास करने की जरूरत है। इस दिशा में नीति सुधारों की चर्चा करते हुए उन्होंने पीएमयूवाई, इथनॉल मिश्रण, कमप्रेस्ड बायोगैस, बायो डीजल, कोयला से सिंथेसिस गैस तथा एलएनजी को प्राथमिकता ईंधन के रूप में प्रोत्साहित करने को कहा।
नीति की चर्चा करते हुए ठोस निवेश योजना, भविष्य के लक्ष्यों के प्रति स्पष्टता तथा मजबूत क्रियान्वयन रणनीति से नए प्रतिमान मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा उद्योग न केवल ऊर्जा की उपलब्धता के लिए तैयार है, बल्कि गुणवत्ता संपन्न ऊर्जा के लिए तैयार है।
Dharmendra Pradhan : हम नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहे
प्रधान ने कहा कि आर्थिक विकास के ऊर्जा वर्टिकल में हम नई ऊंचाइयां प्राप्त कर रहे हैं। विश्वनिरंतरता के बारे में चर्चा कर रहा है। हमने ऊर्जा को स्वच्छ, हरित और सतत् बनाने के लिए निरंतरता का मार्ग निर्धारित किया है।
भैयाजी ये भी पढ़े : पैसे के लिए हुए मामूली विवाद में कर दी हत्या, नाबालिक…
धर्मेंद्र प्रधान ने इस अवसर पर इंडियन ऑयल के अनुसंधान और विकास केंद्र की स्वर्ण जयंती पर एक लोगो तथा स्मारिका जारी की।