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महिला अपराध में बढ़ता छत्तीसगढ़, विपक्ष बोला “शांति का टापू बना अपराध गढ़”

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की विधानसभा में सूबे के भीतर महिलाओं से जुड़े अपराध (Women crime) पर जमकर हंगामा बरपा। लगातार सत्ता पक्ष की ओर से किए जा रहे महिला सुरक्षा के प्रयासों के उलट आंकड़ें सदन में सामने आए है। जिस पर विपक्ष ने तीखे प्रहार किए है।

विपक्ष ने प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म और अपहरण से जुड़े मामलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने गृहमंत्री से सवाल किया।

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कौशिक ने कहा कि “1 जनवरी 2019 से 4 फरवरी 2021 तक राज्य में बलात्कार और अपहरण के कितने मामले हैं और देश में राज्य का क्या स्थान है ? इसकों रोकने के लिए सरकार क्या प्रयास कर रही है ?

नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के इस सवाल का जवाब देते हुए सूबे के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने नेशनल क्राईम रिकार्ड ब्यूरो के आधार पर सदन में जानकारी साझा की। गृहमंत्री साहू ने बताया कि “छत्तीसगढ़ का बलात्कार में 10 वां और अपहरण में 7 वां स्थान है।”

साहू ने बताया कि सरकार ने बलात्कार, छेड़छाड़ और अपहरण की घटनाओं को देखते हुए राज्य के छह जिले में महिला विरूद्ध अपराध अन्वेषण इकाई का गठन किया गया है। ये इकाई रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, जांजगीर और रायगढ़ जिले में काम कर रही है।

उन्होंने कहा कि महिला अपराधों (Women crime) में लगाम लगाने के लिए डायल 112 और पैनिक बटन की सुविधा दी गई है। इधर महिलाओं से जुड़े अपराध के मामलों में आंकड़ों के सामने आने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष में तीखी नोकझोक भी हुई।

अपराध बना छत्तीसगढ़ – शिवरतन

विधानसभा में बढ़ते अपराधों के आंकड़ों के सामने आने के बाद विपक्ष के विधायक शिवरतन शर्मा ने सरकार पर सीधे प्रहार किया। उन्होंने कहा है कि “छत्तीसगढ़ कभी शांति का टापू हुआ करता था, जो आज अपराध का गढ़ बन गया है।”

Women crime : मामलों की संख्या

छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ दुराचार के मामलों में दर्ज अपराधों की संख्या साल दर साल लगातार बढ़ी है। साल 2019 में प्रदेश भर में बलात्कार के 2485 मामले दर्ज हुए है। वहीं बलात्कार के प्रयास पर 21 मामले दर्ज किए गए। छेड़छाड़ के संबंधित 251 मामलें साल 2019 में दर्ज हुए। गैंगरेप के 61 मामले भी साल 2019 में सामने आए थे। इस तरह कुल 4667 मामले साल 2019 में दर्ज किए गए है।

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इधर 2020 में 2553 मामले बलात्कार के, बलात्कार के प्रयास के 26 मामलें, छेड़छाड़ के 288 मामलें और गैंगरेप के 51 मामले दर्ज हुए है। यानी साल 2020 में 4745 मामलें दर्ज किए गए। इधर 4 फरवरी 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक इस साल बलात्कार के 247 मामलें दर्ज किए जा चुके है। वहीं बलात्कार के प्रयास के दो, छेड़छाड़ के 33 और गैंगरेप के 10 मामलेन पुलिस रिकार्ड में दर्ज़ है। 4 फरवरी 2021 तक 447 मामलें दर्ज किए जा चुके है।