रायपुर। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ (NHM) द्वारा अपनी नियमितीकरण आदि मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए है। राज्य सरकार ने हड़तालियों को वापस काम पर आने की समझाइश देते हुए बर्खास्तगी की कार्यवाही प्रारंभ कर दी है।
राज्य सरकार द्वारा अपनाई जा रही इस प्रक्रिया पर शालेय शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने विरोध जताया है। संघ के पदाधिकारियों ने शासन से आंदोलनकारित कर्मचारियों (NHM) का नियमतिकरण करने की मांग करते हुए संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का सर्मथन किया है।
एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल को शालेय शिक्षक संघ का समर्थन@PMOIndia @narendramodi @NHM #strike #janghoshnapatra @ChhattisgarhCMO #virendradubey pic.twitter.com/bQu2J6wlzC
— bhaiyajinews.com (@BhaiyajiCom) September 23, 2020
शालेय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बताया कि जन घोषणा पत्र में किये गए वादों को शासन पूर्ण करें। सभी स्वास्थ्य कर्मचारी (NHM) पूरी ईमानदारी से अपना कार्य कर रहे है। कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में वे सभी अपने परिवार से दूर रहकर भी पूरा निर्भीकता से कार्य कर रहे है।
चुनाव पूर्व शासन ने अपने जन घोषणा पत्र में सभी संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का वादा किया था। लेकिन शासन के 2 वर्ष पूर्ण होने पर भी इनकी सुध नही ली है। इन दो वर्षों में कर्मचारियों ने पूरी धैर्यता से अपने कर्तव्यों को पूरा करते आ रहे है, अब वे अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है तो मजबूरन हड़ताल में उतरना पड़ा है। शालेय शिक्षक संघ पुनः शासन से अपील करती है, कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मांगों को पूरा करें एवं समस्त कार्यवाही को शून्य घोषित करे, संगठन, संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के समर्थन में खड़ा है।